रायपुर. ओपन स्कूल की परीक्षा में सामूहिक नकल का खुलासा करने पर बलरामपुर के राजपुर थाने में चार पत्रकारों के खिलाफ पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है. पत्रिका, भास्कर, पॉयोनियर से जुड़े चारों पत्रकारों के नाम अनिल सोनी, विश्वास गुप्ता, दिलीप जायसवाल और संजय गुप्ता हैं. केंद्राध्यक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस ने परीक्षा केंद्र में बलात प्रवेश करने, मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी, शासकीय कार्य में बाधा व वसूली का अपराध दर्ज किया है. जबकि उन्होंने शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी को भी सामूहिक नकल की सूचना दी थी.
फर्जीवाड़ा ऐसे आया सामने..
बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ परीक्षा केंद्र के बाहर परीक्षार्थियों ने हंगामा मचने पर पता चला कि यहां पास कराने के एवज में पांच-पांच हजार रुपए लिए गए थे लेकिन ऐन मौके पर परीक्षा केंद्र बदल दिया गया.एक हफ्ते बाद इसके खुलासे पर अन्य केंद्रों से गड़बड़ियों की खबरें आने लगी थी. मंगलवार को परसागुड़ी परीक्षा केंद्र में दरवाजे-खिड़कियां बंद कर सामूहिक नकल कराया जा रहा था. पत्रकारों को जब खबर मिली तो वे रिपोर्टिंग करने पहुंचे. उन्हें देखकर हड़कंप मच गया. इसके बाद साजिश कर केंद्राध्यक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस ने बिना जांच किए ही चारों के खिलाफ धारा 384, 451, 294, 323, 332, 353, 186, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है.
एनयूजेआई ने सीएम को लिखा
नामी अखबारों के पत्रकार साथियों पर छत्तीसगढ़ पुलिस के जुर्म दर्ज करने पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए दिल्ली की नेशनल यूनियन जर्नलिस्ट(इंडिया) के वाइस प्रेसीडेंट शिवा कुमार ने मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह, एवं डीजीपी को पत्र लिखकर तत्काल धाराएं हटाने की मांग की है. कहा कि नकल कराने वाले गिरोह बनाकर मीडिया की आवाज दबाने की साजिश रच रहे हैं.