बिलासपुर. एनडीटीवी ने साफ कर दिया है कि वह नहीं बिका. कल से मीडिया जगत में इस बात पर हंगामा बरपा था. इसकी पड़ताल ने की है. इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार राजू तिवारी की राय ली गई.
ओम थानवी के हवाले से कहा गया कि शेयर संगठन को एनडीटीवी का पत्र मिला है। इस बारे में कोई सौदा नहीं हुआ है। होगा तब नियमों के मुताबिक़ आप सबको तुरंत सूचित करेंगे।
उम्मीद करें कि ऐसी घड़ी कम-से-कम इस दौर में तो न आए। कम्पनी की आर्थिक दशा डांवाडोल ज़रूर है। पर ‘आशा बलवती है राजन’।
इधर बिलासपुर के वरिष्ठ पत्रकार राजू तिवारी ने कहा कि विडम्बना है 70 के दशक मे इंडियन एक्सप्रेस (ग्रुप) ने इंदिरा जी के द्वारा देश में लगाए गए आपातकाल का पुरजोर विरोध किया औऱ उसके तीखे तेवर से देश-विदेश में पत्रकारिता का सम्मान बढ़ा। ग्रुप का हिन्दी संस्करण जनसत्ता औऱ इंडियन एक्सप्रेस दोनों सरकार के खिलाफ आग उगल रहे थे। जयप्रकाश जी के आंदोलन के दौरान जनसत्ता की खबरें सटिक औऱ विश्वसनीय हुआ करती थी।श्री तिवारी ने कहा कि लगभग 4 दशक के बाद परिस्थितियां बदल गई औऱ इलेक्ट्रॉनिक चैनलों की बाढ़ आ गई। कांग्रेस के बुरी तरह हारने के बाद भाजपा पूरे बहुमत के साथ आज सरकार चला रही है।एनडी टीवी ने समाचारों औऱ घटनाओं की समीक्षा और ज्वलंत मुद्दों को लेकर आंदोलन चलाया जिसे जनता को लगा कोई उसकी बात सुन रहा औऱ समझ भी रहा है।
प्रिंट मीडिया मे उस वक्त एक्सप्रेस ग्रुप का सम्मान था, आज पता नहीं क्यों मुझे ऐसा लगा मानो इस दौर मे एनडीटीवी लोकप्रियता की ओर अग्रसर है। सोशल मीडिया के अनुसार इंडियन एक्सप्रेस ने एनडी टीवी के मालिक बदलने की बात छापी है. इस पर देश मे व्यापक प्रतिक्रिया हुई. श्री तिवारी ने कहा कि इस कारण अंग्रेज़ी अखबार द हिन्दू ने प्रणय राय के हवाले से बात की जिसे उन्होंने गलत बताया है।”पब्लिक है ये सब जानती है”