पटना : बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बयानों का दौर जारी है. जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि बिहार बीजेपी के नेता जो बयानों से मीडिया में कहना चाहते हैं, उन्हें नियंत्रण में रखने की आवश्यक्ता है. उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 में काफी अंतर है.
संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी यह समझती है कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिना बिहार में जीत नहीं सकती है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को सहयोगी की आवश्यक्ता नहीं तो वह सभी 40 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है.
गौरतलब है कि इससे पहले रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) से भी सीट शेयरिंग को लेकर बयान आए थे. मुंगेर लोकसभा से सांसद वीणा देवी ने सीट शेयरिंग को लेकर खुलकर बयान दिया. उन्होंने कहा है कि एलजेपी को सबसे अधिक सीट मिलेगी. उन्होंने जेडीयू की श पर सीट कहा कि उनके केवल दो सांसद हैं, तो उन्हें केवल दो सीट ही दी जाएगी. उन्होंने यह भी ऐलान किया कि आगामी लोकसभा चुनाव वह मुंगेर से ही लड़ने वाली हैं.
कांग्रेस के बिहार प्रभारी गोहिल ने गरीब उत्तरी राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा नहीं देने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि नीति आयोग के हाल की बैठक में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग का मुद्दा उठाया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया