बिलासपुर. जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने जेल का औचक निरीक्षण किया।एक एक बैरकों की चेकिंग और कैदियों से बातचीत करने के बाद संतुष्ट होकर टीम के अधिकारी जेल से बाहर निकले।
गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे एडीएम केडी कुंजाम,एएसपी नीरज चंद्राकर समेत जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की टीम ने केंद्रीय जेल का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों ने जेल की बैरकों की जांच की. यहां कैदियों को दी जाने वाली सुविधाओं पर प्रशासन की टीम ने नजर दौड़ाई और करीब दो घंटे तक जेल को खंगालने के बाद भी जिला और पुलिस प्रशासन की टीम को अंदर कुछ नहीं मिला।एडीएम ने बताया कि यह एक रूटीन चेकिंग है, जो समय- समय पर की जाती है. जेल के भीतर कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है.साथ ही किसी कैदी को व्हीआईपी ट्रिटमेंट नहीं दिया जा रहा है।
कलेक्टर पी दयानंद ने मातहतों को निर्देशित किया था कि लगातार उन्हें शिकायत मिल रही है,जिला और पुलिस के अधिकारियों को जेल में खामियां नहीं मिलना समझ से परे है.वहीं पूरी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी.
बच निकले रसूखदार कैदी..
जेल की चार दिवारियो के भीतर क्या होता है ये बात जग जाहिर है खास कर जिला और पुलिस प्रशासन को जेल मे सुई गिरने तक का आभास हो जाता है इन सब बातों से परे जेल में कुछ नही मिलना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है।इधर रसूखदार कैदियों को दी जाने वाली खातिरदारी को भी अधिकारी नकार रहे है जबकि जिस टाइम चेकिंग की गई उस वक्त जेल के भीतर का नजारा अलग ही होता है।जेल के भीतर का खेल तो मुलाकाती टाइम के बाद चलता है।