बिलासपुर.समाज मे आज भी कुछ लोग जाते जाते ऐसा कुछ दे जाते है जिससे दुसरो की जिंदगी आबाद हो जाए।एक वृद्ध ने अपनी मृत्यु के बाद भी दो लोगो की जिंदगी रौशन कर दी।
बुधवार की सुबह नया सरकंडा निवासी गुरबख्श मनचंदा 75 वर्ष की आयु में स्वर्गवास हो गया. उनके पुत्र पुरन एवं प्रेम मनचंदा द्वारा अपने पिता की नेत्रदान की इच्छा जाहिर की और उसके लिए उन्होंने हैंड्स ग्रुप से संपर्क किया।पुत्रों का मानना है कि हमारे पिताजी के जाने के बाद भी उनकी आंखे जीवित रहेंगी और किसी के जीवन को रौशन करेंगी. सिम्स के डॉक्टर एवं नेत्रदान सलाहकार की मदद से सफल नेत्रदान हो सका. मनचंदा परिवार द्वारा किए महादान से किसी दो लोगों के जीवन में नेत्र ज्योति जलेगी।