बिलासपुर.सूदखोरी के आरोप में अमित उर्फ बबला सिंह के खिलाफ एफआईआर मामले ने यू टर्न लिया है।जिसमें यह बात सामने आई है कि जमीन धोखाधड़ी में अपराध दर्ज होने से बचने आरोपी अरुण सिंह ने अपने नौकर हरिश्चंद्र सोनी के जरिये बंदूक तानकर 2 लाख के बदले 8 लाख मांगने का आरोप लगा बबला सिंह के खिलाफ सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वही बबला सिंह के परिजनों का कहना है कि अरुण सिंह ने उन्हें फर्जी मामले में फंसाया है जिसे लेकर उन्होंने आईजी और एसपी को ज्ञापन भी सौंप कर मामले की निष्पक्ष जांच कर करवाई की मांग की है।
मालूम हो कि पारिजात एक्सटेंशन में निवासी अमित उर्फ बबला सिंह ठाकुर ने तिफरा निवासी अरुण सिंह, वैभव जैन, विमल जैन से रायपुर के मंदिर हसौद इलाके में 43 लाख में जमीन का सौदा किया था। जिस पर उन्होंने रकम लेने के बाद बबला से धोखाधड़ी की जिसे लेकर बबला ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की थी।हाईकोर्ट ने विमल जैन उसके बेटे वैभव जैन और उसके साथी अरुण सिंह के खिलाफ अपराध दर्ज करने आदेश दिया है। ऐसे में बबला सिंह पर दबाव बनाने के लिए अरुण सिंह ने अपने नौकर हरिश्चंद्र सोनी के द्वारा फ़र्ज़ी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई है ताकि बबला डर कर हाइकोर्ट के आदेश पर थाने में 420 का मामला दर्ज न कराए।
गौरतलब है कि रायपुर के कारोबारी विमल जैन और उसके वैभव जैन ने कई लोगों से करोड़ो की ठगी की है ये दोनों ठगी के मामले में जेल में हैं। वहीं बबला सिंह से जमीन की धोखाधडी के मामले में शामिल तीसरा आरोपी अरुण सिंह नए पैंतरे अपना रहा है इधर हरिश्चंद्र सोनी ने तिलक नगर में रहने वाले दीपेंद्र सिंह पिता कल्लू सिंह के खिलाफ मस्तूरी थाने में झूठा केस दर्ज कराया था।जिसका खुलासा हरिजन थाने में पुलिस की जांच में हुआ। ऐसे में साफ है, कि करोड़ो का हेरफेर करने वाले वैभव जैन और विमल जैन का साथी अरुण सिंह खुद को पाक साफ बताने बदले की भावना से नौकर हरिश्चंद्र सोनी को मोहरा बनाया और बबला सिंह के खिलाफ एक साजिश रची है।