‘विजया पाठक’
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा सीट पर हुए उपचुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा को जीत मिली है। इससे पहले देवती कर्मा 2013 से 2018 तक दंतेवाड़ा की विधायक रह चुकी हैं। उपचुनाव में दंतेवाड़ा की जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है। देवती कर्मा को इस चुनाव में 11,192 वोटों से बड़ी जीत मिली है। निश्चित तौर से प्रदेश में भूपेश बघेल सरकार पर लोगों ने भरोसा जाताया है।
यह जीत देवती कर्मा की नही बल्कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जीत है। भूपेश सरकार के शासन में बन रहे सकारात्मक माहौल का ही परिणाम है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में कांग्रेस ने प्रचण्ड जीत हासिल की है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नक्सली क्षेत्रों में कांग्रेस की पैठ बरकरार है। यदि सीएम भूपेश बघेल झूठे मामलों में जेलों में बंद आदिवासियों को जिन्हें गलत तरीके से नक्सली घोषित कर दिया था उन को बाहर निकालने की पहल करते हैं तो निश्चित तौर पर सरकार का ऐतिहासिक कदम होगा और मुख्यमंत्री इन बेगुनाह लोगों की नजरों में अमर हो जायेंगे। इससे पहले भी रमन सरकार ऐसा करने की बात कर चुकी थी लेकिन कुछ कर नही पायी। अब भूपेश सरकार के पास अवसर है कि वह इस क्षेत्र के निवासियों के लिए ऐसा प्रयास कर अपनी जमीन तैयार करें। क्योंकि ऐसा करके भूपेश बघेल नक्सली समस्या को हल करने में कामयाब होंगे। दंतेवाड़ा उपचुनाव के नतीजे बहुत कुछ बयां कर रहे हैं। करीब 10 माह में वर्तमान सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कांग्रेस ने पहुंच बनायी है। यह परिणाम 15 साल के भाजपा के शासन पर कांग्रेस के 10 माह का शासन भारी है।