बिलासपुर। जिले व शहर कांग्रेस कमेटी की पांच दिवसीय अरपा बचाओ पदयात्रा के संबंध में अखिल भारतीय राप्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ के सहप्रभारी चंदन यादव ने 9 जून से आज तक की पदयात्रा के बारे में पत्रकारों से कहा कि इस दौरान हम अरपा के एक कोने से लेकर दूसरे कोने तक गए है।
इसे करीब से देखा और यहां तटीय क्षेत्रों में रहने वाले हजारों परिवारों के लोगों से मुलाकात की है। डॉ चंदन यादव ने कहा कि बिलासपुर जिले की अंतःसलिला अरपा नदी बिलासपुर जिले की जीवनदायिनी है। आज भी लोगों का जीवन अरपा नदी के पानी पर निर्भर है,इसके बिना बिलासपुर के लोगों के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए पांच दिवसीय अरपा बचाओ पदयात्रा की शुरुआत शनिवार 9 जून से की गई है, जो 13 जून तक चलेगी। जिसमें कांग्रेस के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और जनमानस ने इसमें शामिल होकर अरपा को वापस कल-कल बहने वाली अरपा बनाने का संकल्प लिया है। साथ ही नदी के दोनों तटीय किनारो पर रहने वाले लगभग 50 हजार परिवार को न्याय दिलाने के लिए भी संकल्प लिया गया है।
डॉ. चंदन यादव ने बताया कि इस पदयात्रा की शुरुआत मस्तूरी क्षेत्र के दोमुहानी के बुटापारा के मनकादाई मंदिर से शुरू की गई । जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कांग्रेस चुनाव प्रभारी चरणदास महंत सहित जिले के सभी कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता व अंचल के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। पहले दिन की यात्रा दोमुहानी से षुरू हुई जिसे तोरवा में विश्राम दिया गया। इसके बाद दूसरे दिन रविवार को पदयात्रा ने तोरवा से नारियल कोठी, कतियापारा, मधुबन होते हुए पचरी घाट में अरपा मां की महाआरती के बाद विश्राम लिया। डॉ.चंदन ने बताया कि इस पदयात्रा में षहर के लोगों का स्वस्फूर्त जुड़ाव है, बड़ी संख्या में युवा और नागरिक इसमें षामिल हो रहे हैं। इसके साथ हमें प्रकृति संरक्षक और नदी के जानकारी लोगों को सहयोग भी मिल रहा है। डॉ चंदन यादव ने बताया कि अरपा बचाव पदयात्रा के तीसरे दिन यात्रा पचरीघाट से बिलासादाई चौक पहुंची यहां बिलासा दाई की आरती के बाद षनिचरी बाजार,रिवर व्यू, प्रताप चौक, कुदुदंड होते हुए बेलतरा विधानसभा में प्रवेष करते हुए मंगला बस्ती के धुरी पारा में विश्राम की।
डॉ. चंदन यादव ने अब तक यात्रा का अनुभव साझा करते हुए कहा कि इन 3 दिनों तक हमने अरपा के किनारे चलते हुए हर क्षेत्र को देखा समझा और लोगों की समस्याएं भी सुनी है। यह देष की पहली नदी है जो शासन की लापरवाही से सूख गई है। ये पूरे प्रदेष के लिए षर्म की बात है और प्रदेष सरकार और यहां के मंत्री के असंवेदना को प्रमाणित करती है। डॉ. यादव ने कहा कि सही मायने में अरपा का इस दुर्गति तक लाने के पीछे भाजपा सरकार और स्थानीय मंत्री दोषी हैं । जिन्होंने बिलासपुर शहर की भोली भाली जनता को टेम्स नदी के सपने दिखाए और करोड़ों रुपए खर्च करने का झूठा आश्वासन भी दिया। आप विकास प्राधिकरण के नाम पर करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट भी तैयार किया गया जो आज तक धरातल से कोसों दूर है। इसके नाम पर करोड़ों रुपए कागज में ही खर्च हो गए और अब तक उसकी 1 इईट भी नहीं रखी गई है। डॉ चंदन यादव ने बताया कि यात्रा में अरपा तट के दोनों किनारों में रहने वाले लोगों का दर्द सभी ने सुना है और उनकी समस्याएं तो चिंतनीय हैं वह अपना पूरा जीवन अस्थिरता से जीने को मजबूर हैं, लेकिन भाजपा सरकार और यहां के मंत्री पूरे इलाके में कब्जा करने की मानसिकता से इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं । इस रवैए से परेशान होकर बिलासपुर की जनता ने अनेक मंच और समितियों के बैनर के नीचे आकर आंदोलन किया है, और अरपा बचाओ के लिए जागरूकता भी लाने की कोशिश की लेकिन प्रशासन और शासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। लेकिन आज बीते 3 दिनों से हमने जो देखा है वह बहुत ही दयनीय स्थिति है दोनों किनारों में 50 हजार से अधिक परिवार रह रहे हैं जिनका जीवन अब कठिन है ना तो वह ठीक से निवास कर पा रहे हैं और ना ही कोई इच्छा शक्ति से काम कर पा रहे हैं। सरकार ने मनमाने तरीके से लगभग सभी क्षेत्रों में जमीनों की बिक्री पर रोक लगा दी है ऐसे में पूरे क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त है।
कुछ सवाल 15 साल से मंत्री और 4 बार से विधायक अमर अग्रवाल से..
1. प्राधिकरण में कब तक जमीन और मकान कब तक प्रतिबंधित रहेगा?
2. 15 साल के साशन के बाद अब तक अरपा मेंटेम्सनहीं क्यों नहीं बना सकी सरकार?
3. दिल्ली से लेकर प्रदेष में आप की सरकार फिर भी अरपा का विकास और रखरखाव क्यों नहीं हुआ?
4. प्राधिकरण मे विधिवत अध्यक्ष की नियुक्ति क्यों नहीं हुई ? तीन बात टेंडर किए जाने के बाद भी इनवेंटर्स क्यों नहीं मिले?
5. एनीकट का निर्माण क्यों नहीं किया गया और पिछले षासन के कार्यों को क्यों नहीं बढ़ाया गया?
6. अरपा में 12 महिने तक पानी क्यों नहीं रहता है।