बिलासपुर. भोपाल से महर्षि स्कूल में आकर बॉडी बिल्डिंग के सहारे शहर के अभिभावकों को चमकाने के प्रशासनिक अधिकारी अभय सिंह के मंसूबे फेल हो गए हैं, अब महर्षि संस्थान के मुख्यालय और जिला शिक्षा विभाग उनकी खबर लेने लगा है। महर्षि स्कूल में एओ यानी प्रशासनिक अधिकारी के नाम से उल जुलून आदेश निकालने और इससे संस्थान को मुसीबत में डालने वाले अभय सिंह की हालत अब पतली हो चली है, जबसे उन्होंने फीस नहीं देने वाले अभिभावकों को डिफॉल्टरो की सूची में डालने का आदेश जारी किया है।
इस आदेश के बाद से अभिभावकों में रोष पनपा और उन्होंने कलेक्टर तक आवाज उठाई है। इसके बाद डीईओ ने महर्षि संस्थान के मुख्यालय से इस तरह की सूची निकालने के औचित्य पर लिखित में जवाब मांगा है। हालांकि प्रिंसिपल रीना सिंह ने अभिभावकों से नम्र अपील करके मनाने की कोशिश की है लेकिन सीओ अभय सिंह अभी भी डिफाल्टर ओं की सूची निकालने पर पड़े हुए हैं। जबकि शिक्षा विभाग और प्रशासन लगातार महर्षि संस्थान के खिलाफ हो रहा है। 2,000 से अधिक स्टैंथ वाली यह स्कूल एक तरह से शहर में नाम है। इस नाम को अभय सिंह अपनी हरकतों से डुबोने पर तुला हुआ है।