Gang Rape In Metaverse: ब्रिटेन में वर्चुअल रियलिटी की दुनिया मेटावर्स पर 16 साल की एक नाबालिग किशोरी के डिजिटल अवतार से पुरुषों द्वारा गैंगरेप का मामला सामने आया है. मेटावर्स पर गैंगरेप या रेप की ये पहली घटना है, बकौल पुलिस नाबालिग ने उन्हें बताया कि, उससे हकीकत में रेप नहीं हुआ, लेकिन वर्चुअल दुनिया में उसके रेप से उसे मानसिक प्रताड़ना जरूर हुई.किशोरी को मानसिक प्रताड़ना उसी तरह की हुई, जैसी रेप विक्टिम को सहनी पड़ती है. इस मामले में ब्रिटिश नेशनल पुलिस चीफ काउंसिल के बाल अधिकार और उत्पीड़न जांच सेल ने केस दर्ज कर जांच भी शुरू की है. ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक वर्चुअल रियलिटी गेम के एक ऑनलाइन रूम में किशोरी का वर्चुअल अवतार (आभासी स्वरुप) था. इस गेम में कई और लोग भी थे, इसी दौरान किशोरी के मेटावर्स स्वरूप को रेप का शिकार बनाया गया. इसे पहला वर्चुअल यौन अपराध बताया जा रहा है.
बता दें कि वर्चुअल दुनिया मेटावर्स में असल दुनिया की तरह ही काम हो रहे हैं. इस दुनिया में लोग नहीं होते बल्कि लोगों के अवतार होते हैं. मेटावर्स में साइन इन करने वाले लोग वर्चुअल दुनिया में चले जाते हैं, वे वर्चुअल अवतार में ही लोगों से मिलते हैं.
यह कानून के सामने नई चुनौती – ब्रिटिश नेशनल पुलिस
अधिकारियों का कहना है कि इससे कानून के सामने भी नई चुनौती खड़ी हो गई है, क्योंकि इस तरह के अपराध के लिए कानून में कोई प्रावधान नहीं है. ब्रिटिश नेशनल पुलिस चीफ काउंसिल के बाल अधिकार और उत्पीड़न जांच सेल के प्रमुख इयान क्रिचले के मुताबिक मेटावर्स ने यौन अपराधियों को गंभीर वारदात करने का मौका दिया, पुलिस ऐसे मामले में गंभीर है और इस केस में जिस तरह के अपराधी हैं, उनके खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं. इयान क्रिचले ने कहा कि भविष्य में सुनिश्चित किया जाएगा कि युवा हमेशा ऑनलाइन रूप से सुरक्षित रहें और बिना डर के तकनीकी का इस्तेमाल कर सकें.
इयान क्रिचले ने कहा कि अपराधियों ने अब आभासी दुनिया में भी सेंधमारी की है, वर्चुअल दुनिया में अब उत्पीड़न, अभद्र भाषा, धमकी देना और वित्तीय घोटाले भी हो रहे हैं. डिजिटल दुनिया में ये सभी नए रूप में सामने आ रहे हैं. क्रिचले ने कहा कि पुलिस के नजरिए को लगातार ऐसे अपराधियों के खिलाफ विकसित करना होगा. ताकि ऐसे मामलों के अपराधियों को पकड़ा जा सके और पीड़ितों को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके.