बिलासपुर. भाजपा सरकार में चखना दुकान चलाने वाले की शिकायत पर बिना जांच किए एक शिक्षा विद और रमन विश्वविद्यालय जैसे शैक्षणिक संस्थान पर एफआईआर दर्ज करना एक तरह से उच्चस्तरीय राजनैतिक साजिश है। संस्थान के पूर्व कुलपति तथा वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शैलेष पांडे ने कांग्रेस भवन में पत्रकारों से कहा कि स्वच्छ आचरण के लोगों के राजनीति में आने से जिस सत्तानशीं की जमीन हिल रही है वे ही ऐसा कुत्सित प्रयास करके मेरी और विश्वविद्यालय की छवि को बिगाडऩे का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं जेल जाने से नहीं डरता चाहे सीबीआई से जांच करा लें, नहीं तो झूठी रिपोर्ट लिखाने वाले प्रमेन्द्र मानिकपुरी पर कार्रवाई होनी चाहिए। जनता सब कुछ देख रही है। कांग्रेस नेताओं पर एक एक कर जुर्म दर्ज कराने वाले को पहचान भी रही है। श्री पांडे ने कहा कि रमन विवि की नौकरी उन्होंने ११ माह पहले छोड़ दी है। खुद शिकायतकर्ता के अपराधों की जानकारी पुलिस को है फिर भी हमसे बिना पूछताछ या पत्राचार किए आधीरात को जुर्म दर्ज कर पुलिस रिकार्ड में चढ़ाने से पहले सोशल मीडिया में वायरल करना बताता है कि परदे के पीछे पुराना राजनैतिक खिलाड़ी है लेकिन जनता के हक की लड़ाई लडऩे और बोलने वाले कांग्रेस जन इस मामले में एकजुट हैं। श्री पांडे ने कहा कि हम एफआईआर ही नहीं जेल जाने से भी नहीं डरते लेकिन पहले आरोप तो साबित कर लें।
चुनाव से पहले खोलेंगे कच्चा चिठ्ठा..
जांच के लिए सारे दस्तावेज हमारे पास हैं, इसलिए हमें डर नहीं है। खुद को कांग्रेस का सिपाही बताते हुए कहा कि जो नेता, मंत्री और दल इस झूठे आरोप के सहारे सियासी साजिश कर रहा है उसका नामों का और कच्चा चिठ्ठा वे चुनाव से ठीक पहले खोलेंगे।
उन्होंने कहा की यह मेरी नही जानता के हित की लड़ाई है झूठा आरोप और षडयंत्र रच मेरी राजनीतिक और सामाजिक हत्या का प्रयास किया जा रहा है बीजेपी के चखना सेंटर चलाने वाले लोग जानते है की आखिर प्रमेंद्र कौन है।
कांग्रेसी एकजुट, कल ज्ञापन देंगे..
जिला कांग्रेस के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस के कार्यकर्ता एकजुट हैं और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए गुरूवार को आईजी एसपी से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।