‘विजया पाठक’
बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में फंसी श्वेता जैन और मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा का क्या कुछ कनेक्शन है। इस बात की सच्चाई के एक नहीं तमाम सबूत मौजूद हैं। सबसे प्रमुख और प्रभावी सबूत यह है कि जबसे प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनी है और शोभा ओझा मीडिया प्रभारी बनी है तब से श्वेता जैन का शोभा ओझा से मेल-मिलाप काफी हुआ था। अनेकों बार इन दोनों को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में साथ-साथ बैठे देखा है।
बात करते देखा है वहीं श्वेता जैन के पति स्वमप्निल जैन का भी पीसीसी में खूब आना-जाना हुआ है।
इन दोनों का खास कनेक्शन प्रदेश कांग्रेस के लिए बदनुमादाग है। इनके दोनों के खास कनेक्शन से इंकार बिल्कुनल भी नहीं किया जा सकता हैं, क्यों कि श्वेता जैन जैसी हाईप्रोफाइल औरत का पार्टी के खास पद पर बैठी शोभा ओझा का क्या काम हो सकता है। सोचनीय बात है। निश्चित तौर पर इतने समय तक मिलते रहने से शोभा ओझा को श्वेता जैन के बारे में कुछ तो भनक लगी होगी। यदि नही भी लगी तो यह शोभा ओझा की नाकाबिलियत ही कही जाएगी। आज जब हनीट्रैप मामले का पर्दाफाश हो गया है तो शोभा ओझा भी अन्य नेताओं, अफसरों की तरह कन्नीे काटती फिर रही हैं, लेकिन इन्हें वो दिन याद नही आ रहे जब घण्टों बैठकर गपशप करतेे थे।
हनीट्रैप मामले के ऊजागर होने के बाद शोभा ओझा ने एक बार भी सरकार की ओर से या व्यक्तिगत तौर पर सफाई नही दी। जबकि पार्टी की मीडिया प्रमुख होने के नाते शोभा ओझा का दायित्व बनता था कि वह इस बहुचर्चित मामले पर सरकार की राय मीडिया की सामने रखतीं। ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं जिनसे लगता है कि कहीं न कहीं शोभा ओझा और श्वेता जैन के बीच में करीबी कनेक्शन था।