बिलासपुर . गोलबाजार से लेकर बृहस्पतिबाजार चौक तक सड़क के किनारे दुकान लगाने वालों पर नगर निगम ने कार्रवाई की। सभी स्थानों से दर्जनों ठेला को अपने कब्जे में लिया। कार्रवाई देखकर व्यवसायी सामान लेकर भागते दिखे। कुछ ने गाड़ी में चढ़कर विरोध किया।
गोलबाजार से लेकर बृहस्पतिबाजार के मध्य सदरबाजार, सिम्स देवकीनंदन चौक और बृहस्पतिबाजार से लेकर जेल मोड़ चौक तक सड़क के किनारे ठेला व्यवसायी दुकान लगाते है तो कुछ व्यवसायी सड़क के किनारे सामानों को रख देते है। इससे दोपहर एवं शाम के समय इन मुख्य मार्ग में वाहन जाम की स्थिति प्रतिदिन निर्मित होती है. इस पर अतिक्रमण विभाग की टीम ने दोपहर को कार्रवाई की। दोपहर को नगर निगम के अतिक्रमण विभाग अधिकारी प्रमिल शर्मा और अन्य कर्मचारी पुलिस बल के साथ गोल बाजार पहुंचे और ठेला व्यवसायियों को सामान हटाने को कहा। कुछ ने अधिकारियों केसाथ ही बहस शुरू कर दी। इसके बाद नगर निगम की अतिक्रमण विभाग की टीम ने कार्रवाई शुरू करते की और सड़क कि किनारे रखे सामानों की जब्ती बनानी शुरू की। इसके बाद टीम सदर बाजार पहुंची और वहां पर भी कार्रवाई शुरू की। इसके बार सिम्स के सामने, देवकीनंदन चौक और इसके बाद बृहस्पतिबाजार पहुंचे। बृहस्पति बाजार के पास के अधिकांश ठेले वाले अपने सामानों को लेकर शासकीय छत्तीसगढ़ स्कूल और अन्य परिसर में ले गए जिससे नगर निगम की कार्रवाई से बच सके। वहीं कुछ लोग ठेलो को गाड़ी में भर लेने का विरोध किया और गाड़ी में चढ़ गए। इसके बाद अतिक्रमण विभाग सभी जब्त सामानों को लेकर संजयतरण पुष्कर चली गई। ठेला और सामान को ले जाने की जानकारी मिलने के बाद व्यवसायी नगर निगम भी गए।
नगर निगम के अतिक्रमण विभाग के अधिकारी प्रमिल शर्मा ने बताया कि सड़क के किनारे सामान रखने और ठेला लगाने के लिए कई बार मना किया है लेकिन व्यवसायी नही मानते है। नगर निगम के आदेश से आज कार्रवाई हुई है। दर्जनों ठेला और सामान को जब्त किया है । व्यवसायी नगर निगम में जुर्माना अदा कर सामान ले सकते है।
नगर निगम की कार्रवाई करने के बाद अधिकारी और कर्मचारी के जाते ही बृहस्पति बाजार में सब्जी की दुकान लगाने वाले सब्जी व्यवसायी फिर से दुकान लगाने की तैयारी करने लगे।
मालूम हो इससे पूर्व भी अतिक्रमण विभाग की टीम ने यहां पर कई बार व्यवसायियों पर कार्रवाई की है। लेकिन उसके बाद भी व्यवसायी नही मानते है। बृहस्पतिबाजार के ठेला व्यवसायियों को जेल रोड़ में लगाने की बात कही गई थी लेकिन व्यवसायी नही मानते है।