लखनऊ. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव फिर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं। आगरा में चल रहे सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें सर्वसम्मति से सपा का अध्यक्ष चुना गया है। खास बात ये है कि पहले अध्यक्ष पद का कार्यकाल तीन साल के लिए होता था, लेकिन इस बार अखिलेश को पांच साल के लिए चुना गया है। इसके लिए पार्टी के संविधान में संशोधन किया गया है।
इससे पहले हुए राज्य स्तरीय सम्मेलन में सपा का प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को चुना गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही सपा की कमान पूरी तरह अखिलेश के हाथों में आ गई है, जबकि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी अखिलेश खेमे के ही हैं।अखिलेश को एक जनवरी 2017 को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को पद से हटाकर अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, इस बार भी मुलायम मौजूद नहीं थे लेकिन अखिलेश ने अपने भाषण में जिक्र किया कि नेताजी (मुलायम) का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है।
मुलायम की नामौजूदगी में अखिलेश के अध्यक्ष बनने के बाद सपा में जारी कलह एक बार फिर सतह पर आ गई है। मुलायम समय-समय पर अखिलेश की आलोचना करते रहे हैं।अखिलेश के अध्यक्ष बनने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि मुलायम का अगला कदम क्या होगा। हालांकि लखनऊ में लोहिया ट्रस्ट में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में मुलायम पहले ही कह चुके हैं कि वो नई पार्टी या फ्रंट नहीं बनाने जा रहे हैं।