बिलासपुर .आयकर के छापे में करोड़ों का कारोबार करने वाली कंपनी के बोगस दस्तावेज जब्त हुए हैं. मंत्री बृजमोहन के भाई पर कसे गए इस शिकंजे से वे दूसरी बार फंसते नजर आ रहे हैं.
सांकेतिक फोटो सिलसिलेवार मिली जानकारी के अनुसार इंद्रमणि कोल वाशरी के 15 ठिकानों पर आयकर विभाग की 100 से ज्यादा अधिकारियों की टीम ने छापेमारी की है. कार्रवाई के दूसरे दिन मंगलवार को भी छानबीन की गई है. आयकर विभाग की इस कार्रवाई में छत्तीसगढ़ के केबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के भाई यशवंत अग्रवाल भी लपेटे में आ सकते हैं. आयकर की टीम इनके यहां भी सर्वे की कार्रवाई कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक इंद्रमणि कोल वाशरी के ठिकानों से कई करोड़ के बोगस दस्तावेज और कम्प्यूटर समेत कई अहम दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे हैं. इसकी छानबीन अधिकारी कर रहे हैं. इंद्रमणि कोल वाशरी के ठिकानों से आयकर विभाग टैक्स की बड़ी चोरी का खुलासा कर सकता है.
छत्तीसगढ़ की चार कोल एंड पॉवर कंपनियों के 12 ठिकानों पर सोमवार 25 सितंबर को आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की. इनके अलावा तीन ठिकानों पर सर्वे टीम जांच कर रही है. आय से अधिक संपत्ति की जांच के तहत कारोबारी सुनील अग्रवाल, पंकज अग्रवाल और प्रकाशचंद्र अग्रवाल के यहां छापे मारे गए हैं. इनके ठिकानों से मिले दस्तावेजों के आधार पर आयकर विभाग की एक टीम ने मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के भाई यशवंत अग्रवाल के रामसागरपारा स्थित दफ्तर को भी जांच के दायरे ले लिया है. आयकर की जांच रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ और कोरबा में चल रही है. राजधानी रायपुर में फाफाडीह, ऐश्वर्या रेसीडेंसी, अशोका रतन व रामसागरपारा में आयकर अफसर डटे हैं. सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग का दावा है कि प्रारंभिक जांच में ही गड़बड़ी और बड़े पैमाने पर निवेश किए जाने के दस्तावेज मिले हैं.सूत्रों के मुताबिक इंद्रमणि मिनरल इंडिया कंपनी के संचालक सुनील अग्रवाल के यशवंत अग्रवाल के साथ कारोबार से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं. इन्हीं के आधार पर मंत्री के भाई यशवंत के कारोबार को भी जांच के दायरे में लिया गया है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक मंत्री के भाई यशवंत ने आयकर विभाग के सामने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है. जरूरी दस्तावेज भी उपलब्ध करा दिए हैं. बताते हैं कि अब एक टीम कोलकता में भी जांच के लिए जाएगी. आयकर विभाग को कोलकता से ही गड़बड़ी के संकेत मिले थे.इससे पूर्व मंत्री बृजमोहन पत्नी द्वारा खरीदी गयी जमीन मामले की सुर्ख़ियों मे आये थे..