आरएसएस के गढ़ में राहुल के दलित कार्ड से प्रदेश के कद्दावर सहमे..

“शिवा कुमार”

नई दिल्ली. महाराष्ट्र में संगठन की सर्जरी करते हुए कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी ने विदर्भ में अनुसूचित जाति को रिझाने अपने दलित नेता नीतिन राउत को अजा सेल का अध्यक्ष बनाया है। ऐसा करने से विदर्भ के आरएसएस मुख्यालय ही नहीं ,प्रभारी अध्यक्ष अशोक चव्हाण, मोहन प्रकाश को जोर का झटका धीरे से दिया है। राजू को कांग्रेस अध्यक्ष कार्यालय के प्रभारी बनाए जाने से खाली जगह पर राउत की नियुक्ति हुई है। चव्हाण और मोहन प्रकाश की लगातार शिकायतों से तंग आकर आलाकमान ने जिस राउत को प्रदेश में वे डेलीगेट्स बनाना उपयुक्त नहीं समझ रहे थे, उन्हें सीधे सेल का अध्यक्ष बना दिया। प्रदेश कांग्रेस में अधिवेशन के नाम पर पीसीसी, एआईसीसी डेलीगेट्स की जमकर बिक्री हुई थी। अकेले नागपुर में ऐसे तेरह लोग थे जिनमें से सात तो एक ही परिवार के हैं।

पार्टी के लिए इलाका है खास..

विदर्भ में आरएसएस का मुख्यालय है लेकिन यहा बाबा भीमराव अंबेडकर की कर्मस्थली और दीक्षा भूमि होने की वजह से दलितों का कांग्रेस से गहरा लगाव है। इसकी वजह नीतिन राउत, सतीश चतुर्वेदी, नरेश पुगलिया की तिकड़ी को माना जाता रहा है। दलितों के नाम पर लंबे समय से अहमद पटेल के खास मुकुल वासनिक को भी आराम देकर सियासी संतुलन बनाने की संगठन ने कोशिश की है।

पटेल को गुजरात में झटका..

कांग्रेस आलाकमान ने गांधी परिवार के वफादारों को फिर से जोडने के लिए गुजरात में एक कदम और अब हुए प्रदेश प्रभारी अहमद पटेल की बजाए इस बार माधव सिंह सोलंकी के भतीजे अमित चावड़ा को दी है। सोलंकी परिवार वर्ष 85 से जातीय समीकरणों को साधकर कांग्रेस की गुजरात में सरकार बनवाते रहे है।

नहीं सुनी जा रही इनकी..

महाराष्ट्र में आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन की खांका खींचा जा रहा है लेकिन इसमें अशोक चव्हाण, मोहन प्रकाश, जनार्दन द्विवेदी, अहमद पटेल की इसलिए नहीं सुनी जा रही है क्योंकि इन पर संगठन में अपने चहेतों को या फिर रकम लेकर पद बांटने के आरोप लगते रहे हैं।

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