बिलासपुर। प्रदेश में शराबबंदी नहीं किए जाने के अमर मंत्री अमर अग्रवाल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पांडे ने पलटवार किया है।उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया ने स्वयं सार्वजनिक रूप से इस बात को कहा है कि सरकार के मंत्री कुछ साल कमीशन ना खाएं तो सरकार फिर से बन जाएगी।
लगता है कि सरकार को शराब बेचने से भी मोटा कमीशन मिलता होगा । इसलिए शराब बंदी का फैसला नहीं ले पा रहे हैं नहीं तो इस बात को जनता के सामने स्पष्ट करना चाहिए। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में प्रदेश को शराब मुक्त करने का वचन दिया था, लेकिन 15 साल के शासन के बाद भी अब तक सरकार यह कदम नहीं उठा पाई है. प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि मंत्री अमर अग्रवाल को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा शराब का वितरण नहीं किया जाएगा और निष्पक्ष तरीके से चुनाव होंगे । दुर्भाग्य की बात है कि बीते 15 साल की सरकार में भाजपा सरकार शराब बांटकर भोले-भाले छत्तीसगढ़ की जनता को बरगला कर चुनाव जीत कर आ रही है। यही कारण है वह शराबबंदी के फैसले से डर रही है। उन्होंने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि सरकार स्वयं शराब बेचकर प्रदेश की जनता को शराबी बना रही है और उन्हें मौत के दरवाजे तक धकेल रही है। दूसरी तरफ बड़े उद्योग धंधे, खनिज, उत्खनन, कोयले , संचार व्यवस्था जैसी चीजों को निजी सेक्टर को दिया जा रहा है , जबकि यह काम सरकार को स्वयं करके छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना चाहिए। लेकिन यह भ्रष्ट सरकार स्वास्थ्य सुविधा उद्योग रोजगार वाणिज्य खनन संचार तकनीकी जैसी क्षेत्रों को बड़े कारोबारियों को दे रही है। जो अनैतिक है और छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ छलावा है। इसके कारण छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है जबकि शराब के काम को सरकार स्वयं करने में जुटी हुई है।