रायपुर.कृषि एवं आयुक्त नरेगा भीम सिंह(आईएएस) ग्रीस घूमना चाहते हैं स्कूल शिक्षा विभाग के पैसों से.. अजीब लगता है न सुनकर..दरअसल आईएसएफ की बास्केट बाल टीम का ग्रीस जाना प्रस्तावित है और इसके लिए नाम मांगे गए थे जिसमें भीम सिंह ने अपना नाम भी दे दिया।
यह प्रस्ताव बनाकर दिया स्कूल शिक्षा विभाग के डायरेक्टर एस प्रकाश ने इस प्रस्ताव को जब प्रिंसिपल सेक्रेटरी गौरव द्विवेदी ने देखा, तो वे भीम सिंह का नाम देखकर चौंके और उन्होंने वापस एस प्रकाश को नोटशीट भेज दिया कि इसमें भीम सिंह का नाम क्यों है। वे कृषि विभाग से हैं और उनका खेल या स्कूल शिक्षा से क्या लेना देना। वापस जो जवाब आया उसे देखकर हैरानी हुई। नोटशीट में भीमसिंह का नाम प्रस्तावित किए जाने के संदर्भ में लिखा है कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से निवेदन किया था। अब यह वही बात हुई कि बारात है, चलना है, तो ले चलो, जो जाना चाहे।
यह प्रतियोगिता इस माह 12 से 20 तक ग्रीस में है। हालांकि राजनांदगांव में कलेक्टर रहने के दौरान आईएसएफ बास्केटबाल चैंपियनशिप का आयोजन राजनांदगांव में कराने का प्रस्ताव उन्होंने भेजा था। अब वो इसके अवलोकन के लिए ग्रीस जाना चाहते हैं, जबकि अभी वे कृषि आयुक्त नरेगा हैं। अब जितने भी लोग जाएंगे, पूरा पैसा सरकार देगी। सरकार कह रही है कि वह बचत कर रही है, खर्चों में कटौती कर रही है। ऐसे में कृषि विभाग के अफसर को अवलोकन के लिए क्या सरकार ग्रीस भेजेगी? यह तय नहीं हुआ है। जब प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने जवाब मांगा तो लिख दिया कि राज्य शासन से मान्य न होने पर भीम सिंह का नाम काट दिया जाएगा। अब देखते हैं कि राज्य सरकार खर्चों में कटौती करती है या भीम सिंह को घूमने का मौका देती है।