बिलासपुर. रतनपुर थाना क्षेत्र के अवैध कोल डिपो में की गई करवाई में घालमेल की बू आने लगी है क्योंकि एक प्लाट मालिक को बचाने के लिये लगातार पीएचक्यू में विराजमान एक वरिष्ट पुलिस अफसर ने जिले के आला पुलिस अधिकारियों को फोन कर उसे करवाई से दूर रखने का दबाव जो बनाया बताया जाता है कि उक्त अफसर अपने एक खास टू इन वन सिलपहार के कहने पर करवाई में दखल देना मुनासिब समझा यही वजह है कि पुलिस ने अवैध कोल डिपो के मुख्य कलाकार को फरार बता के सिर्फ ट्रक चालक, हेल्पर और खलासी को गिरफ्तार कर वाहवाही लूटी..
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 25 लाख का आठ सौ टन कोयला जप्ती की रतनपुर पुलिस की कुछ और ही कहानी है पुलिस ने तीन अवैध कोल डिपो पर छापा मार करवाई तो की मगर पेंडरवा मार्ग साई ढाबा के पास स्थिति राजेश कोटवानी के खिलाफ करवाई करने से पुलिस टीम के हाथ काप गये ऐसा होना भी मुनासिब था क्योंकि कोटवानी पर करवाई नही करने के लिये जिले के आला अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय में पदस्थ एक वरिष्ट पुलिस अफसर का फोन आने लगा था हालांकि रतनपुर पुलिस को भी इस छापामारी से दूर रख सीएसपी कोतवाली शलभ सिन्हा, एएसपी ग्रामीण अर्चना झा समेत स्पेशल टीम द्वारा पूरी करवाई को अंजाम दिया गया सूत्रों के मुताबिक उक्त वरिष्ट अफसर को शहर के टू इन वन कहे जाने वाले उनके खास सिलपहार के कहने पर जिले के आला पुलिस अधिकारियों को फोन करना पड़ा क्योंकि वह असफर का काफी खास माना जाता है और कोयले के कारोबार में वह काफी समय से जुड़ा हुआ भी है इसी लिये पुलिस ने प्लाट मालिक खास कर राजेश कोटवानी पर खास रहम दिखाया जबकि कई वाहनों समेत ट्रक ड्राइवर, खलासी और हेल्परों समेत करीब 11 लोगो को गिरफ्तार कर खाना पूर्ति कर ली यह बताना लाजमी होगा की पीएचक्यू के पुलिस अफसर द्वारा अपने खास सिलपहार के कहने पर करवाई में दखल देने की बात जिले के एक बड़े पुलिस असफर ने बातो ही बातों में सुविकार भी कर ली..
महिला अफसर ने की थी करवाई..
जानकारी के अनुसार इस टू इन वन और वरिष्ट पुलिस अफसर के खास सिलपहार का मुंगेली जिले के सरगांव में भी खुलेआम कोल डिपो चल रहा था जिनकी भनक लगते ही कुछ माह पूर्व मुंगेली एसपी नीथू कमल ने खुद मौके पर जाकर कोल डिपो बंद कराया था..