• ज्योतिषों के अनुसार चांदी नौ ग्रहों में शुक्र और चंद्रमा से जुड़ा हुआ धातु है और कहते है कि चांदी भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न हुआ था इसलिए जहां चांदी होता है वहां वैभव और संपन्नता की कोई कमी नहीं होती है।
• चांदी से निर्मित कई आभूषणों को महिलाएं पहनकर साज-श्रृंगार करती है और यह शुभ भी माना जाता है। चांदी के आभूषण खूबसूरती बढ़ाने के अलावा सुख-समृद्धि के कारक भी माने जाते है।
• विधि-विधान के साथ दाहिने हाथ की कनिष्ठा उंगली में चांदी की अंगूठी पहनने से शुक्र ग्रह और चंद्रमा शुभ परिणाम देते है जिसके कारण खूबसूरती में और निखार आता है।
• कनिष्ठा उंगली में चांदी की अंगूठी पहनने से मस्तिष्क शांत रहता है और जो ज्यादा गुस्सा करते है उनका गुस्सा कम हो जाता है।
• चांदी की यह अभिमंत्रित अंगूठी चंद्रमा को मजबूत करके आपकी मानसिक क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करती है।
• कफ, ऑर्थराइटिस, जोड़ो या हड्डियों से जुड़ी समस्या को चांदी की अंगूठी खत्म कर देती है। अगर आप चाहे तो चांदी की चेन को भी अभिमंत्रित करके पहन सकते है।