बिलासपुर.राज्य के विभिन्न जिलों के अनेक विभागों में सालों से कई अधिकारी व कर्मचारी जमे हुए हैं। जिनके संपर्क भाजपा-कांग्रेस राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों से होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे कई अधिकारी-कर्मचारियों का ट्रांसफर नहीं हुआ है, जो विधानसभा चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं।
कुछ अधिकारी तो पिछले 39 सालों से एक ही जिले में नौकरी कर रहे हैं। जिले के अधिकारी-कर्मचारियों का नाम चुनाव आयोग को भेज दिया गया है।
जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों में कई ऐसे अधिकारी, बाबू व भृत्य है, जिनका भाजपा व कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं से अच्छा तालमेल है। एक साथ उठना-बैठना भी है, जो विधानसभा चुनाव के समय विभिन्न माध्यमों से राजनीतिक पार्टियों को लाभ पहुंचा सकते हैं, ऐसी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इसे ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने 3 साल से या इससे अधिक समय तक एक ही जिले व स्थान में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों की सूची कुछ माह पहले मंगाई गई थी। जिला निर्वाचन शाखा से मिली जानकारी के अनुसार जिले के खनिज विभाग, खाद्य विभाग, राजस्व, वन विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम, जल संसाधन, जनपद पंचायत, जिला पंचायत, पॉलीटेक्निक कॉलेज, पीजी कॉलेज समेत विभिन्न विभागों से मिली सूची में जिला अधिकारियों समेत भृत्यों के नाम शामिल है, जो सालों से जिले में जमे हुए हैं।
3 से 39 साल तक एक ही जिले में कार्यरत है। जिला खाद्य अधिकारी, कलेक्टर के निज सहायक, खनिज विभाग के बाबू, जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी, सहायक परियोजना अधिकारी, पीडब्ल्यूडी के ईई, शिक्षा विभाग के कुछ बाबू समेत कई अधिकारी-कर्मचारियों के नाम शामिल है। खनिज विभाग के बाबू पिछले 15 सालों से एक ही कार्यालय में जमे हुए है। कई पटवारियों के नाम शामिल है, जो सालों से पैठ जमाए बैठे है। इनमें से कुछ अधिकारी-कर्मचारी ऐसे हैं जो हाई एप्रोच वाले हैं।
चुनाव आयोग को भेजी लिस्ट.. कलेक्टर
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी पी दयानंद ने बताया कि चुनाव आयोग ने 3 साल या इससे अधिक समय से जिले में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों की जानकारी मांगी थी। विभागों से लिस्ट मिलने के बाद अधिकारी-कर्मचारियों की लिस्ट चुनाव आयोग को भेज दी गई है।
साफ सुथरा निपटे चुनाव..पांडेय
जनता कांग्रेस जे के प्रदेश प्रवक्ता मनीशंकर पान्डेय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि इन्हें राज्य निर्वाचन आयोग जिला निर्वाचन आयोग तत्काल हटाया जाकर कर निष्पक्षता पूर्वक चुनाव कराने सुनिश्चित करें चुनाव आयोग।