रायपुर.रविवार को साइंस कालेज मैदान में जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी की सभा में पत्रकारों को राहत भरी सूचनाएं मिलीं। 80 प्रस्ताव में प्रवक्ता नितिन भंसाली के प्रस्ताव से यह स्थिति बनी। छत्तीसगढ़ में खासकर बस्तर के पत्रकार सांई रेड्डी, नेमिचंद जैन बिलासपुर के पत्रकार सुशील पाठक और पत्रकार उमेश राजपूत की हत्या हो चुकी हैं और शासन इनके असली हत्यारों को अब तक पकड़ नहीं पाया है।
जनता कांग्रेस ने ऐलान किया कि जिन पत्रकारों की हत्या की गई है उनके मामले की जांच नए सिरे से होगी। भंसाली ने बताया कि प्रदेश के 250 से ज्यादा पत्रकार पुलिस प्रशासन, सत्ताधारी दल से जुड़े अफसर और छुटभैये नेताओं की प्रताड़ना के शिकार हुए हैं। भंसाली ने कहा कि जोगी की सरकार बनते ही सभी पत्रकारों पर दर्ज किए गए फर्जी मामले वापस लिए जाएंगे और उन अफसरों को दंडित किया जाएगा जिन्होंने फर्जी मामला दर्ज किया था।
कई पत्रकार संगठनों ने समय- समय पर मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह को ज्ञापन देकर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की है लेकिन पत्रकार लगातार प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं य कोई सबूतों के साथ सत्ताधारी दल के खिलाफ खबरें लिखता है तो अपना नंबर बढ़ाने के खेल में जुटे अफसर अखबार मालिकों पर दबाव बनाकर पत्रकार को नौकरी से निकलवा देते हैं। अगर कोई अखबार अपने योग्य पत्रकार को नौकरी से निकालने से इंकार कर देता है तो उसका विज्ञापन बंद कर दिया जाता है। प्रवक्ता नितिन भंसाली ने कहा कि जोगी सरकार बनते ही सबसे पहले पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के दुर्घटना बीमा की राशि में भी इजाफा किया जाएगा।प्रत्येक पत्रकार को जोगी सरकार गांव, ब्लाक, जिला और प्रदेश स्तर पर अधिमान्यता, पत्रकारों के शैक्षणिक भ्रमण के लिए हर साल 10 करोड़ की राशि खर्च होगी। पत्रकारों को सरकारी आवास , निजी वाहन खरीदने के लिए के लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी और अजीत जोगी की मंशा के अनुरूप पत्रकारों के परिजनों के स्वास्थ्य बीमा करवाया जाएगा और इसका व्यय भी जोगी सरकार उठाएंगी।