झारखंड: में कम बारिश किसान से लेकर सरकार तक को चिंता में डाल दिया है. कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि खरीफ फसलों की स्थिति पर सरकार की नजर है. उन्होंने कहा कि सामान्य से कम वर्षा होने के कारण खरीफ फसल की बाेआई पर असर पड़ा है.
कृषि मंत्री ने कहा कि सूबे में 31 जुलाई तक धान की रोपनी होती है. अगर उसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी, तो तय आगे की रणनीति की जाएगी. बतौर मंत्री जिलों से आकस्मिक फसल योजना मांगी गयी है. कुछ जिलों ने भेज दिया है, कुछ जिले भेजने वाले हैं.
रणधीर सिंह ने कहा कि गढ़वा, कोडरमा और जामताड़ा जिले मेें बारिश की स्थिति चिंताजनक है. इन जिलों में के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है. मंत्री ने कहा कि किसानों को कम वर्षा की स्थिति में ऐसी फसल लगाने की सलाह दी गयी है, जिसमें कम पानी की आवश्यकता होती है. वैकल्पिक फसल के रूप में मक्का, अरहर, उड़द, मड़ुआ, कुल्थी लगाने की सलाह दी गयी है.
मंत्री के मुताबिक अब तक पूरे राज्य में करीब 10.59 फीसदी खेतों में ही रोपा हुआ है. पिछले साल करीब 16 फीसदी रोपा 16 जुलाई तक हो गया था. बता दें कि जून में इस वर्ष करीब 131.8 मिमी ही बारिश हुई जबकि पिछले साल करीब 97 मिमी हुई थी. इस वर्ष जुलाई में अब तक बारिश कम हुई है. पिछले साल 16 जुलाई तक 166.9 मिमी बारिश हुई थी. इसकी तुलना में इस साल करीब 92.7 मिमी बारिश हुई है. मंत्री ने कहा कि अगर 15 दिन में मॉनसून मजबूत रहा, तो बारिश की कमी पूरी हो जायेगी. किसान अपने खेतों में रोपनी कर पाएंगे.