दिव्यांगों के प्रति सरकार का मुख्यालय में ये कैसा सम्मान

सत्यप्रकाश पांडेय
रायपुर. जनता के लिए फरमान हैं कि दिव्यांग कहें लेकिन राजधानी के मुख्यालय इन्द्रावती भवन में खुद सरकार को इसकी फिक्र नहीं. दिव्यांगों के प्रति छत्तीसगढ़ सरकार और नौकरशाहों की संवेदना इस तस्वीर में साफ दिखती है. मशहूर छायाकार सत्यप्रकाश पांडे की यह तस्वीर देखकर आप समझ गए होंगे कि आशय क्या है ? यह तस्वीर नया रायपुर स्थित इंद्रावती भवन से ली गई है । यहां भूतल यानि ग्राउंड फ्लोर पर पशु स्वास्थ्य संचालनालय के ठीक सामने सरकार ने दिव्यांगों के लिए प्रसाधन बनवाया है. इस प्रसाधन के दरवाजे पर लगी चमचमाती हुई प्लेट पर हिंदी और अंग्रेजी में दिव्यांगों के लिए जो लिखा है उसे भी समझ लीजिये । सरकार कहती है किसी को विकलांग नहीं कहा जायेगा. उसे दिव्यांग का नाम देकर सरकार उन्हें सम्मान देने की बात करती है. मगर यहां जो लिखा है वो सरकारी सम्मान का असल सच है ।
विकलांग प्रसाधन, ये हिंदी में हुआ सम्मान है । अब अंग्रेजी के जानकारों के लिए ‘डिफ्रेंटली डिसेबल’ मतलब अलग तरह का अयोग्य । डिफ्रेंटली की स्पेलिंग का भगवान ही मालिक है, जबकि यहां ‘डिफ्रेंसियलि एबल्ड’ लिखा जाना चाहिए था । सम्मानजनक अलग तरह से सक्षम ।
जरा सोचिये, ये हाल उस इंद्रावती भवन के प्रसाधन का है जहां इस प्रदेश के ना जाने कितने आईएएस और विद्वजन अफसर बैठते हैं । शायद किसी की नज़र पड़ी नहीं या फिर किसी ने सरकार के मंशा पर लगते पलीते को साफ़ करना ही नहीं चाहा ।

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