बिलासपुर. थाई लड़कियों से देह व्यापार के मामले में उनका अपहरण करने का पुलिस का यूटर्न कोर्ट में ४८ घंटे से ज्यादा नहीं टिक पाया और खरसिया के आरोपी युवक आयुष की जमानत हो गई.
छत्तीसमॉल में ३१जनवरी को छापामारी करके आधा दर्जन थाई और दो मिजोरम की युवतियों समेत चार युवकों को पकड़ा गया था.छापे के बाद पुलिस ने कहा कि सभी देह व्यापार में लिप्त थे. फिर पुलिस ने यू टर्न लेकर विदेशियों का अपहरण और मानव तस्करी कर देह व्यापार कराने का मामला स्थानीय अमाया स्पा सेंटर के संचालक प्रियांश जैन,आरा स्पा का मैनेजर जगदीश तिग्गा और खरसिया के आयुष अग्रवाल समेत एक अन्य पर कर दिया.
जब शनिवार को जिला न्यायालय में खरसिया के युवक आयुष अग्रवाल का जमानत आवेदन लगा तो इस मामले उलझी पुलिस मुकम्मल डायरी पेश नहीं कर सकी. नतीजा युवक आयुष की जमानत हो गई. सोमवार को पूरी डायरी पेश होने से और स्थिति साफ होगी कि मामले पुलिस ने आखिर किया क्या है. इधर मिजोरम की दोनों युवतियों ने शपथ पत्र दे दिया है कि वे अपनी मर्जी से यहां आई थी. सूत्रों की माने तो पुलिस ने थाई युवतियों के खिलाफ मामला दर्ज नही किया बल्कि प्रार्थी बनाया है. इन युवतियों को कहां रखा गया है अथवा उनके दूतावास की दखल से वापस भेज दिया गया, यह बताने पुलिस तैयार नहीं है.
पुलिस कारवाई विरोधाभासी
पुलिस क्या बोल रही और विवेचना में क्या लिखा पढ़ी की है यह समझ के परे है.स्पा सेंटरों के मालिकों द्वारा अपहरण कर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने का आरोप भी गलत हैं.
रुपेश श्रीवास्तव
अधिवक्ता
माफ करो, सीएसपी से पूछो
36 मॉल मे हुई कारवाई की जानकारी और थाई युवतियों के ठौर ठिकाने के बारे मे पूछे जाने पर एक बार फिर कहा कि मैं इस मामले मे कुछ भी बोलना नहीं चाहती. माफ करो, जो जानकारी चाहिये सीएसपी उदंती किरण से लीजिए.
विनोदनी तांडी
महिला थाना प्रभारी
फोन नो रिस्पांस
इधर ट्रेनी आईपीएस उदंती किरण ने मोबाईल रिसीव नही किया.