रायपुर. भले ही पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह कविता-कहानी के जरिए बदलापुर-बदलापुर का राग आलाप रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि उनकी ही पार्टी के नेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पूर्ववर्ती सरकार के कारनामों का कच्चा चिट्ठा सौंपकर जांच की मांग कर रहे हैं. पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर के बाद हाल के दिनों में भाजपा के एक प्रवक्ता ने भी मुख्यमंत्री को शिकायत सौंपी है.
इस खबर में जो तस्वीर आप देख रहे हैं उस शख्स का नाम गौरीशंकर श्रीवास है. आपने इसे विभिन्न चैनलों द्वारा आयोजित की जाने वाली डिबेट में कांग्रेस और विशेषकर भूपेश बघेल पर जुबानी हमला करते हुए देखा होगा. भाजपा और रमन सरकार के लिए एक ढाल की तरह काम करते रहने की वजह से भाजपा के कुछ बड़े नेता इस शख्स में रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह की झलक भी देखते हैं. कुछ नेताओं का मानना है कि यह शख्स भाजपा की राजनीति का एक चमकता सितारा है और आने वाले दिनों में एक नया क्षत्रप गढ़ने में कामयाब होगा. बहरहाल हाल के दिनों में इस भाजपा प्रवक्ता ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति पाटिल के खिलाफ मुख्यमंत्री को शिकायत सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.
कुलपति को बताया कमीशनखोर..
यहां यह बताना लाजिमी है कि कुलपति पाटिल की नियुक्ति भाजपा के शासनकाल में हुई थीं और उन पर कदाचार और भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं, बावजूद इसके पूर्व सरकार ने न तो उन्हें हटाना जरूरी समझा और न ही कभी कोई कार्रवाई की. अपनी शिकायत में गौरीशंकर श्रीवास ने कहा है कि इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यकाल हमेशा से विवादित रहा है. उनकी कमीशनखोरी का खेल काफी दिनों से चल रहा है. वे कमीशन लेकर नियुक्तियां करते रहे हैं. सूचना के अधिकार से हासिल दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ है कि कीटविज्ञान में पीएचडी किए हुए एक छात्र रणदीप कुशवाहा की जगह कुलपति ने कम अंक हासिल करने वाले किसी अन्य छात्र को नौकरी दे दी है. श्रीवास ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है. छत्तीसगढ़ के अधिकांश नौजवान कृषि को अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, लेकिन कुलपति संस्था को बदनाम करने में लगे हुए हैं. भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री से नियुक्तियों में की गई गड़बड़ियों की जांच की जांच का निवेदन करते हुए कुलपति को बर्खास्त करने की मांग की है.