बिलासपुर. मरवाही सदन में ज्ञापन को लेकर रणनीति बनाने के दौरान छजका के शहर अध्यक्ष विशम्भर गुलहरे और शहरी सीट के प्रत्याशी बृजेश साहू के बीच जमकर तू तू मैं मैं हो गई।दोनों के बीच हुई बहस के बीच मरवाही सदन में मौजूद कार्यकरता भी सकते में आ गए थे।आखिरकार इस तनातनी में विशम्भर गुलहरे की जीत हुई और सीएमओ को जाकर जोगी कांग्रेस ने ज्ञापन सौंपा।
पिछले कुछ दिनों से छोटे जोगी के निवास मरवाही सदन का ग्रह नक्षत्र ठीक नही चल रहा है शुक्रवार की दोपहर मरवाही सदन का माहौल कुछ ज्यादा ही गर्म हो गया था।शहर में डेंगू के बढ़ते प्रभाव की रोकथाम को लेकर जोगी कांग्रेस पार्टी सीएमओ को ज्ञापन देने रणनीति बना रही थी इसी बीच अचानक जोर जोर आवाज आने लगी कुछ मीडिया कर्मियों की मौजूदगी में विशम्भर गुलहरे क्रेडाई के अध्यक्ष और बिलासपुर विधानसभा से जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी बृजेश साहू की बे फिजूल की बात पर उखड़ गए।श्री गुलहरे सब के साथ मिलकर सीएमओ कार्यालय जाने और ज्ञापन देने की चर्चा में मशगूल थे इसी बीच जमीन रजिस्ट्री को लेकर शाशन द्वारा बनाये गए भुइया नियमो को शिथिल करने कलेक्टर के पास जाने की बात बृजेश साहू करने लगे।इधर श्री गुलहरे ने उनसे कहा कि फिलहाल शहर डेंगू से प्रभावित है जिसके लिए सीएमओ से मिलना पहली प्राथमिकता होगी ना कि जमीन रजिस्ट्री की समस्या बस फिर क्या था बृजेश साहू को ये बात पसंद नहीं आई और वो जोगी कांग्रेस के शहर अध्यक्ष से भीड़ गए।मरवाही सदन में दोनों नेताओं के बीच हुए तू तू मैं मैं इतना बढ़ गई कि दोनों एक दूसरे को मुझे नही जानते हो तक बोलने और गाली गलौज तक देने में आमादा हो गए वही इस घटनाक्रम के बीच मरवाही सदन में मौजूद पार्टी के कार्यकरता कुछ देर सकते में रहे।
जीत के बाद तय हुई रणनीति..
दोनों नेताओं की आपसी बहस पहले तो किसी के पल्ले नही पड़ी जब तक माजरा समझ आया आधे कार्यकरता मरवाही सदन के बाहर निकल कर चर्चा करने लगे कि आखिरकार जाना कहा है इस बीच पार्टी का एक युवा नेता बोल पड़ा कि पहले जीत तय हो जाए जिसकी जीत होगी ज्ञापन देने वहा जाएंगे।वही जीत हासिल कर विशम्भर गुलहरे जैसे ही बाहर निकले एक एक कर सभी उनके पीछे सीएमओ ऑफिस की ओर निकल पड़े और पुलिस की मौजूदगी में डेंगू की रोकथाम को लेकर कई बिंदुओं पर सीएमओ को ज्ञापन सौंपा और फिर कलेक्टोरेट पहुचे।