रायपुर.जैसे ही पनामा पेपर में मुख्यमंत्री के लड़के का नाम आता है सबसे पहले चापलूस अफसर बड़े मीडिया हाउस के मालिक और संपादकों को फोन करते हैं। फोन में भाषा कुछ इस तरह की होती है- देख लेना…. आज फिर एक पागल आया था। बोलकर चला गया है कि पनामा पेपर में नाम है। आपके यहां से कौन गया था रिपोर्टिंग करने? बाकी विज्ञापन का पेमेंट जो भी बकाया है न…. कल भिजवा देना। बाकी साहब… बहुत खुश है। स्पेशल इंटरव्यू के लिए समय चाहिए हो बता देना। अच्छा आप लोगों का एक बड़ा कार्यक्रम होने वाला है न???? कब की डेट चाहिए होगी बता देना।
सोमवार को राहुल गांधी रायपुर के किसान सम्मेलन में आए थे। इस सम्मेलन में उन्होंने कई विषयों पर बात की, लेकिन लगे हाथ मीडिया को भी कटघरे में खड़ा किया। इसमें सरकार के आगे दंडवत छत्तीसगढ़ का मीडिया भी है।
जो लोग इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं वे अगर चाहे तो इस बात की तस्दीक कल छपने वाले अखबार की खबरों को देखकर कर सकते हैं। देखिएगा…. कल राहुल गांधी की खबर ( एकाध जगह छोड़कर) देकर छपेगी। खबर का टोन डाउन रहेगा। मुख्यमंत्री के बेटे का नाम गायब रहेगा। पनामा पेपर का जिक्र नहीं होगा। यदि हुआ भी तो शेष अंदर के पृष्ठों पर। आजू-बाजू भाजपा के कई चम्मच नेताओं के बयान मिलेंगे। राहुल गांधी एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। अगर उनका काउंटर करना है तो भाजपा के राष्ट्रीय को करने दीजिए….. मगर काउंटर करेगा कुरुद का भ्रष्ट विधायक या कोई नकली कैसेट बनाने वाला। छत्तीसगढ़ में अब पत्रकारिता ऐसी ही चल रही है।
बहरहाल आज राहुल गांधी ने अपने भाषण में मीडिया पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- प्रेस का काम सच्चाई को सामने लाना होता है। हिन्दुस्तान से 35 हजार करोड़ लेकर भागने वाला मेहुल चौकसी केन्द्रीय वित्त मंत्री की बेटी के बैंक अकाउंट में पैसा डालता है। सारे सबूत के साथ आज दिल्ली में हमारी पार्टी के नेता सचिन पायलट एवं सुष्मिता देव ने प्रेस कांफ्रेंस ली। देश के किसी भी बड़े मीडिया हाउस ने इस खबर को सामने नहीं आने दिया। छत्तीसगढ़ गरीब नहीं अमीर प्रदेश है। यहां का पैसा छीना जाता है। 5-10 उद्योगपति आपका धन छिनने में लगे हुए हैं। मीडिया के लोगों को डरा-धमकाकर रखा गया है। प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ आते हैं तो एक महिला के साथ बातचीत करते हैं। महिला से पूछते हैं आपकी आमदनी बढ़ी। वह कहती है दुगनी हो गई। बाद में कोई प्रेस वाला उस महिला से मिला और पूछा कि क्या वाकई आमदनी दुगनी हो गई। उस महिला ने कहा दिल्ली से अफसर आए थे। उन्होंने जैसा कहने को कहा मैंने कह दिया। बाद में उस पत्रकार को नौकरी से निकाल दिया गया। पत्रकार सेना से कम नहीं। वे अपना महत्व समझें। सेना से जुड़ा सैनिक सरहद में रहते हुए अपना कर्तव्य निभाता है। मीडिया से जुड़े लोगों का काम सच्चाई की रक्षा करना है। सबसे बड़े प्रेस हाउस ने सच्चाई की रक्षा नहीं की।
राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए सरकार के समय में 526 करोड़ में 126 हवाई जहाज खरीदने का सौदा दूसरे देश से हुआ था। मोदी सरकार आने के बाद इसकी खरीदी 1600 करोड़ में हो रही है। इस काम में प्रधानमंत्री ने उस अनिल अंबानी को जोड़ा जिसने अपने जीवन में कागज का भी जहाज नहीं बनाया होगा। ये वो अनिल अंबानी हैं जो 45 हजार करोड़ पब्लिक सेक्टर से ले रखे हैं, लेकिन लौटाने का नाम ही नहीं लेते। पार्लियामेंट में मैंनै हवाई जहाज खरीदी पर प्रधानमंत्री से सवाल भी किया, जिसका जवाब वे नहीं दे पाए। मेहुल चौकसी, नीरव मोदी एवं विजय माल्या जैसे लोग हजारों करोड़ का घपलाकर देश से भाग निकलते हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है।