पुलिस ने थाने में पत्रकारों को मारा पीटा फिर दर्ज किया जुर्म..

बिलासपुर.राज्य में पुलिस द्वारा एक और पत्रकार से बदसलूकी का मामला सामने आया है। पुलिस आंदोलन का कवरेज कर रही महिला पत्रकार और कैमरा मैन के साथ पुलिस ने न सिर्फ दुर्व्यवहार किया बल्कि हाथापाई भी थाने में की गई। बस इतना ही नहीं उल्टा मीडिया कर्मियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कर किया गया है।

महिला थाने में पत्रकार के साथ यह बदसलूकी तब हुई, जब पुलिस आंदोलन को कुचलने बर्खास्त
आरक्षक राकेश यादव की पत्नी नर्स कनक लता यादव को की महिला थाने में बिठाया गया था। कनक
लता की सहयोगी महिला कर्मी उन्हे छुडवाने थाने पहुची थी। इसकी जानकारी मिलने पर न्यूज नेशन
टीवी की रिपोर्टर श्रेया पांडे और कैमरा मेन कैलाश यादव थाने पहुंचे और कवरेज करने लगे इसी बीच एक महिला पुलिस कर्मी ने दुर्व्यवहार करते हुए महिला पत्रकार का हाथ पकड़ कर मरोड़ दिया और हाथापाई पर उतारू हो गई और धमकाते हुए कहा कि यह थाना है तुम्हारे बाप का घर नहीं है। इतना ही
नहीं कैमरा मेन कैलाश यादव को थाने परिसर पकडकर दरवाजा बंद कर दिया गया।

घटना की भनक उच्चाधिकारियों को लगी और थोड़ी देर बाद मामला शांत हुआ।वही बाद में महिला थाना में पदस्थ एएसआई ममता दुबे ने श्रेया पाडेंय और कैलाश यादव के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए अपराध दर्ज कर दिया।

ये लिखा एफआईआर में..

एएसआई ने रिपोर्ट में कहा है कि रात्रि साढे 10 बजे श्रेया पाडेंय एवं कैलाश यादव साथ आए जो खुद को
मिडिया वाला कहते देर रात्रि में थाने का फोटो खीचनें लगे तथा अवैधानिक जानकारिया मांगनेलगे। देर रात्रि में महिला थाना में आकर फोटो खीचने से मना करने पर काफी आक्रोशित होकर उन्होने तुम्हें देख लेगे कहते हुए काफी तेज आवाज में चिल्लाने लगे मना करने पर श्रेया पाडेंय द्धारा मेरे
बाये हाथ को पकड कर मरोड दिया गया जिससे मेरे बायें हाथ में चोंट आई है।

You May Also Like

error: Content is protected !!