बिलासपुर. रतनपुर माँ महामाया की नगरी मे अजीबोगरीब किस्सा देखने को मिला प्यास से तड़प रहे बंदर के बच्चे ने पानी पीने जैसे ही अपना मुंह लोटे में डाला उसका सर लोटे में अटक गया आसपास के लोगो ने उसे राहत पहुचाने का भरसक प्रयास किया और सफल हुए।
“वो कहते है ना जाको राखे साईया मार सके ना कोई” पूरा वाक्या रविवार शाम करीब 4 से 5 बजे के बीच का है।रतनपुर महामाया मंदिर परिसर मार्ग मे बंदरो की टोली आई।जिसमे एक नन्हा बंदर भी था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वह इतना प्यासा था कि पास ही रखे तांबे के लोटे मे मुँह डालकर पानी पीने लगे उस नन्हे वानर को क्या पता था की उसकी प्यास तो भुझ जाएगी मगर सिर लोटे मे अटक जाएगा।
इस बात से वानर इतना विचलित हुआ और वह व्यापारियो की दुकान और आसपास के घरो की छतों मे कूदने लगा।जब लोगो की नजर परेशान बंदर पर पड़ी तो सब ने मिलकर उसे आजाद कराने का प्रयास किया।लेकिन भीड़ देख बंदरो के झुंड ने लोगो को दौड़ा दिया।इधर माता रानी के द्वार मे भला कोई जानवर हो या इंसान कैसे कस्ट पा सकता है।पलक झपकते ही एक बंदर उस नन्हे बंदर के पास आया और अपने साथ लेकर भागते हुए कुछ दूरी पर ले जाकर छोड़ दिया।वही लोगो ने बिना देरी किये अधमरे हो चुके नन्हे वानर के सिर को लोटे से निकाल कर आजाद किया और वह भाग कर झुंड के साथ लौट गया।