बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि आज समाज में जो हो रहा है और जिस भाषा का प्रयोग हो रहा है, वो गलत है. हम किसी कीमत पर साम्प्रदायिक माहौल खराब नहीं होने देंगे. हमलोग पूरी मर्यादा के साथ काम करते हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दंगा आरोपी से मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आरोपी से मिलना गलत है. कोई व्यक्ति अपनी राय दे सकता है और अगर कुछ गलत है तो आप न्यायालय में जाइए.
मैं और सुशील मोदी एक साथ बैठे हैं और क्या कोई दूरियां नजर आ रही है? सीट शेयरिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय आने पर इस बात होगी. एनडीए में कहीं कोई दिक्कत नहीं है. सीट शेयरिंग को लेकर अभी कोई बातचीत नहीं है. समय आने पर हमलोग इस पर बैठकर बातचीत करेंगे.
लालू से बातचीत के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि मैंने उनका हालचाल जानने के लिए 4 बार फोन किया.लेकिन हमारे फोन करने को लेकर काफी गलत बातें समाने आई, जो बेहद गलत है. उन्होंने पूछा कि क्या हम किसी के सेहत की जानकारी नहीं ले सकते हैं? लेकिन इस बात को जिस तरह पेश किया गया वो आहत करने वाली है. नो एंट्री वाले बोर्ड पर नीतीश ने कहा कि क्या किसी की हैसियत है नो एंट्री लगाने का.
बिहार के बाहर गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमलोगों का बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन है लेकिन सभी पार्टियां अपना विस्तार करना चाहती है. जो लोग बिहार के बाहर पार्टी के लिए काम कर रहे हैं उनकी इच्छा के मुताबिक फैसला लिया जाता है. बिहार के बाहर एनडीए को छोड़कर किसी और से गठबंधन की बात बेमानी है.
वन इंडिया और वन इलेक्शन के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग सिद्धांत रुप से हमलोग इसके पक्षधर रहे हैं. यह एक बड़ा मुद्दा है और सभी राजनीतिक पार्टियों से बात कर एक राय बनानी होगी. अगर पूरे देश में एक साथ चुनाव होते हैं तो सरकार को कम से कम साढ़े चार साल काम करने का मौका मिलेगा.