बिलासपुर.बैंकर्स अपनी मांगों जो लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है।दिल्ली में केंद्रीय लेबर कमिशनर की मध्यस्थता में आईबीए एवं यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के मध्य समझौता वार्ता विफल हो जाने के कारण अब बैंकर्स ने हड़ताल पर जाने कमर कस ली है।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन छतीसगढ़ के उप महासचिव एवं एआईपीएनबीओए बिलासपुर मंडल के सचिव ललित अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय लेबर कमिशनर की मध्यस्थता में आईबीए एवं यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के मध्य समझौता वार्ता विफल हो जाने से बैंकर्स लामबद्ध होकर 30-31 मई की हड़ताल को सफल बनाने व जनजागरण हेतु कमर कस लिए है।
सोमवार को पूरे देश मे काले बैजेस लगाकर विरोध प्रदर्शन की कड़ी में शहर में प्रत्येक बैंक की हर शाखा में समस्त स्टॉफ सदस्यों द्वारा आईबीए के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुये 1 नवम्बर 2017 से बकाया 11वा त्रिपक्षीय वेतन समझौता शीघ्र करने की मांग की गई.
स्टेट बैंक की सभी शाखाओ में डी के हाटी, एस बी सिंह, राजेश रावत, जितेन्द्र शुक्ला, पीएनबी में रूपरतन सिंह एवं ललित अग्रवाल, केनरा बैंक की सभी शाखाओ में शरद बघेल व सौरभ त्रिपाठी, सिंडिकेट बैंक में अशोक रॉय, यूनियन बैंक में श्रीमती दीपा टण्डन, इलाहाबाद बैंक में पी के अग्रवाल, बैंक ऑफ इंडिया में रूपम रॉय, ओरिएण्टल बैंक ऑफ कॉमर्स में अशोक ठाकुर व मनोज मिरी, देना बैंक एम के पटसानी के नेतृत्व में काले बैजेस लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
सीजीबीईए के जिला सचिव एन वी राव ने बताया कि जनधन खाते से विमुद्रिकरण तक सरकार की समस्त योजनाये काम के बोझ से दबे हुये बैंकर्स पर थोपी गई है । जब सभी सरकारी योजनाओं के अनुपालन की जिम्मेदारी भी बैंकर्स की है तो उनके परिजनों के उचित भरण-पोषण हेतु वेतनवृद्धि हेतु सरकार क्यों ध्यान नही दे रही हैं।मंगलवार की शाम 6 बजे पंजाब नैशनल बैंक लिंक रोड़ के समीप जंगी प्रदर्शन किया जायेगा।उक्त जानकारी ललित अग्रवाल उप महासचिव ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स कन्फेडरेशन द्वारा दी गई।
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