मीडिया से शाबासी लेकर पुलिस देह व्यापार से मुकरी, थाई युवतियों को छोड़ने की फिराक में

विशेष संवाददाता

बिलासपुर. मीडिया को दो कौड़ी की औकात बताते हुए छपवाया कुछ और थाई लड़कियों को पकड़ने के मामले में किया कुछ. असल में विदेशियों के गिरहबान में हाथ डालना वो भी पीटा एक्ट में पुलिस के लिए आसान नहीं था. लिहाजा अखबारों में अपनी वाह वाही कराकर मामले में पलटी मार दी गई. इस बड़े तथ्य का खुलासा omgnews.co.in की छानबीन में हुआ है.

छत्तीस मॉल में ३१जनवरी को छापामारी करके आधा दर्जन थाई और दो मिजोरम की युवतियों समेत चार युवकों को पकड़ा गया. कोतवाली पुलिस की देखरेख में सिविल लाइन पुलिस के इलाके जाकर देह व्यापार के रैकेट का खुलासा करना और वाहवाही लूटना तब महंगा पड़ गया जब विदेश मंत्रालय को जानकारी देने की बात आई. तब तक सब अखबारों ने पुलिस को शाबासी दे दी थी.

ऐसे मुकर गई पुलिस
यहां से पुलिस पीटा एक्ट लगाने से मुकर गई और एक नई कहानी कोर्ट तक जाने के लिए गढ़ी गई क्यों कि गले की हड्डी बनी थाई युवतियों को सकुशल उनके देश पहुंचाना था.
पुलिस की नई कहानी
थाई से बिजनेस वीसा पर समुद्र के रास्ते मिजोरम और वहां से बंगाल होकर नेपाल होते प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए पहुंची. यहां मॉल के स्पा सेंटर सी आरा और अमाया एंड सीजर सिटी में ये थाई युवतियां मसाज कर रही हो या देह व्यापार ,दोनों ही उनके देश के कानून के मुताबिक अपराध नहीं है.

पुलिस के लिए फांस बनी

ऐसे में सिखाड़ी आईपीएस की अतिउत्साह में की गई कार्रवाई से सीनियर आईपीएस पशोपेस में पड़ गए. फिर २४ घंटे बाद भी हिरासत में ली गई युवतियों को महिला सेल में रखा गया.
मामले का और रायता न फैले इस गरज से इन युवतियों को राजनांदगांव महिला वसति गृह भेज दिया गया है. वहां से थाई दूतावास के जरिए उनके परिजनों को बुलाया जा रहा है.

ये कार्रवाई कर छुड़ाया पिंड

अमाया स्पा सेंटर का संचालक प्रियांश जैन,आरा स्पा का मैनेजर जगदीश तिग्गा और खरसिया के आयुष अग्रवाल समेत एक अन्य पर अपहरण और मानव तस्करी की धाराएं लगाकर बुक कर दिया गया.

युवतियां बनी प्रार्थी-सीएसपी

इस मामले मे ट्रेनी आईपीएस व कोतवाली सीएसपी उदंती किरण का कहना है कि पकड़े गये सभी युवकों के खिलाफ अपहरण, मानव तस्करी के साथ पीटा एक्ट का जुर्म दर्ज किया गया है जबकि थाई और मिजोरम की युवतियों को पुलिस ने प्रार्थी बनाया है. उन्होंने बताया कि युवतियों को जिस्मफरोशी के धंधे मे धकेला गया था.इसलिये उन पर पीटा एक्ट लगने का सवाल ही नहीं है.

महिला थाना टीआई की चुप्पी

36 मॉल के दोनों स्पा सेंटरों मे हुई करवाई की लिखा पढ़ी महिला थाने में हुई है.जब इस बारे मे महिला थाना प्रभारी विनोदनी तांडी से पूछा गया तो उन्होंने पूरी केस डायरी सीएसपी कोतवाली के पास होना बताकर उन्हीं से पूछने कहा.वही इस पूरी करवाई का हिस्सा बनी सिविल लाइन थाने की एसआई किरण राजपूत ने मोबाईल रिसीव नहीं किया.

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