बिलासपुर. सोशल मीडिया की खबरें भले आधी सच हों लेकिन होती हैं जनचर्चा के इर्द गिर्द. साल भर पहले भाजपा, आरएसएस समर्थकों को श्रध्दाभाव से नमो भक्त कहा जाता था , उनकी बात बड़ी गौर से सुनी जाती थी. पर अब इतिहास के पन्नो से लाए गए तथ्यों पर तगड़ा जवाब देने लगे हैं. फेसबुक पर ऐसा ही मजेदार सवाल जवाब हमारे मीडिया साथी प्रतीक वासनिक और एक भक्त के बीच हुआ. उनकी वाल से हूबहू पेश है.
फेसबुक सियासी नोंक झोंक
भक्त के द्वारा एक झूठी पोस्ट डालने पर एक सामान्य नागरिक ने प्रतिक्रिया स्वरूप कमेंट किया
नागरिक: ये बात झूठ है
भक्त : और जो कांग्रेस 60 वर्षों से झूठ बोलती आ रही है , तब क्यों चुप थे तुम ?
नागरिक: अरे भाई बात वो नहीं है , बात ये है की ये जो आप ने लिखा है वो तथ्य गलत है I
भक्त: अरे जा कांग्रेस के दल्ले , मुफ्त का खाने को नहीं मिल रहा तभी तू इस तरह रो रहा है
नागरिक: अरे यार , तुम ये बार बार कांग्रेस को बीच में क्यों ला रहे हो , उसकी सरकार तो गिर चुकी है I मैं तो आप के लिखे पोस्ट की बात कर रहा हूँ की तथ्य गलत है
भक्त : क्यों ना लायें कांग्रेस को बीच में ? सारा देश लूट कर खा गये कांग्रेसी , और ये फ़िरोज़ खान है राजीव का बाप तो राजीव गाँधी कैसे हो गया , जवाब दे कांग्रेसी कु.. @@#?
नागरिक: देखिये आप गाली का इस्तेमाल मत कीजिये , फिर भी जानकारी के लिए बता दूँ की फिरोज मुस्लिम नहीं पारसी था
भक्त : मोदी के आने से तुम को तकलीफ है , क्योंकि अब काली कमाई नहीं कर पा रहे हो तुम
नागरिक: मैं तो एक आम आदमी हूँ भाई , मेरे पास कोई काला धन नहीं है , मैं तो ये बोल रहा था की आप ने जो लिखा है वो तथ्य गलत है
भक्त : ओ हो !! तो कजरीवाल का चमचा है , वो तो मैं समझ ही गया था जब तू बार बार ‘तथ्य -तथ्य ‘ कर रहा था I तुम साले सब इक्कठे हो जाओ तब भी मोदी अकेला ही काफी है तुम्हारे लिए देशद्रोहियों !!! सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हो ? तुम्हारी … की @#@@, @#@$
नागरिक : अबे उल्लू के प…. ! दुनिया सच में ही तुमको ही अंधभक्त बोलती है , मैं तो सिर्फ इतना बोल रहा था की जो तुमने 26 जनवरी को ‘स्वतंत्रता दिवस’ की बधाई दे रखी है , वो गलत है ‘गणतंत्र दिवस ‘ कर ले मूर्ख……