विश्व हिंदी दिवस के आयोजन पर गुरुजनों ने रखें अपने विचार, आभासी संगोष्ठी में श्रद्धा ने हिंदी को विलुप्त होने से बचाने पर दिया जोर..

बिलासपुर. संकुल केंद्र सेंदरी हिंदी दिवस के अवसर पर वेबैक्स के माध्यम से आभासी संगोष्ठी वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से हिंदी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में संकुल प्रभारी राजेश दुबे संकुल शैक्षिक समन्वयक डीलेश्वर कंगन संकुल के समस्त प्रधान पाठकों एवं शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति रही। जिन्होंने हिंदी दिवस के अवसर पर अपने विचार रखें।

संकुल समन्वयक डीलेश्वर कंगन ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त रखते हुए कहा कि आजाद भारत में 14 सितंबर 1952 से लगातार हिंदी दिवस मानते आ रहे हैं। पूरे विश्व में चौथी भाषा हिंदी भाषा है पहला अंग्रेजी दूसरा स्पेनिश तीसरा मंदारिन भाषा बोली जाती है हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी है और हमें हिंदी बोलने में गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। हमें हिंदी भाषा को अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करते हुए अपने जीवन में इसका व्यापक उपयोग करना चाहिए। बालक पूर्व माध्यमिक शाला मंगला के शिक्षक राजेश्वर वस्त्रकार ने बताया कि 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा की ओर से हिंदी को मुख्य भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ इसका उल्लेख संविधान के भाग 17 अनुच्छेद 340 (1) में किया गया है अनुच्छेद के अनुसार भारत की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी है राष्ट्रभाषा देश की पहचान। हिंदी में बोले, हिंदी में सोचें, हिंदी में लिखें यही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रधान पाठक रामकुमार साहू ने हिंदी भाषा के महत्व को बताया देश में लगभग 77% लोग हिंदी बोलते हैं इसके प्रति अपना प्रेम और सम्मान प्रकट करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है प्राथमिक शाला कोनी के शिक्षक भगवान दुबे ने कहा हिंदी भाषा एक शब्द की व्याख्या के फल स्वरुप पुराण और महाकाव्य बन गया है प्राथमिक शाला कछार के शिक्षक अमित महार के विचार हिंदी भाषा को लेकर यह था कि विविधता में एकता का परिचायक हिंदी भाषा से ही होती है संस्थाओं में विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित होती है पुरस्कार दिए जाते हैं हिंदी पखवाड़ा चलता है इस तरह हिंदी हमारे जीवन में घुला मिला है कन्या पूर्व माध्यमिक शाला मंगला के शिक्षिका अलका शुक्ला ने कहा हमें हिंदी में बधाई संदेश देनी चाहिए मोबाइल में अंग्रेजी को हिंदी उच्चारण लिखकर संदेश देने वालों को अपने हिंदी भाषा में ही लिखने बोलने पर जोर दिया जाना चाहिए।

प्राथमिक शाला धुरी पारा की शिक्षिका श्रद्धा पांडेय ने कहा हिंदी पूरी दुनिया में बोली जाने वाली भाषा है उन्होंने अपनी कविता में हिंदी को विलुप्त होने से बचाने पर जोर दिया। हिंदी भाषा के महत्व को देखते हुए हमारे संविधान के मूल कर्तव्य में इसे स्थान दिया गया है।श्रीमती पांडेय ने बताया कि हिंदी भाषा देवनागरी लिपि की सर्व प्रमुख भाषा है यह हमारे भारतीयों की ना केवल संपर्क भाषा है बल्कि इसको राष्ट्रभाषा का भी दर्जा प्राप्त है, और यह एक मानक भाषा भी है। आइए हम सब मिलकर आज हिंदी दिवस के अवसर पर यह शपथ ले कि अब हम जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हिंदी भाषा का उपयोग करेंगे एवं इसके गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देंगे।

शिक्षक संदीप त्रिपाठी ने भी हिंदी दिवस के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदी भाषा में अपनापन झलकता है हिंदी भाषा एक वैज्ञानिक भाषा है जैसा हम बोलते हैं वैसा ही इस भाषा में लिखा भी जाता है।

कन्या पूर्व माध्यमिक शाला मंगला की शिक्षिका पुष्प लता मिश्रा ने हिंदी में स्वरचित कविता का वाचन किया कन्या पूर्व माध्यमिक शाला मंगला के प्रधान पाठिका श्रीमती सावित्री शर्मा ने कहा हिंदी भाषा एक सुंदर भाषा है हमें इसका अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए ।

आज इस अवसर पर संकुल केंद्र सेंदरी के समस्त प्रधान पाठकों एवं शिक्षक शिक्षिकाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया एवं कार्यक्रम को सफल बनाया कार्यक्रम के समापन अवसर पर संकुल केंद्र सेंदरी के शैक्षिक समन्वयक डीलेश्वर कंगन ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए हिंदी दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं ।

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