रायपुर. लॉक डाउन के दौरान कानून बनाए रखने के साथ सामाजिक सेवा करने वाले पुलिस कर्मियों के लिए अच्छी खबर है ड्यूटी के साथ साथ जरूरतमंदो को राशन पानी और भोजन पहुचाने वाले पुलिस कर्मियों की एक एक गतिविधियों पर डीजीपी डी एम अवस्थी नजरें बनाए हुए है। दुर्ग जिले उतई थाने में पदस्थ एक आरक्षक दंपत्ति द्वारा जरुरतमंदो की सेवा भाव की कुछ तस्वीरें डीजीपी के पास पहुची जिसके बाद डीजीपी ने उक्त आरक्षक दंपत्ति से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर उनकी प्रशंसा कर मनोबल बढ़ाया और नगद ईनाम का पुरस्कार दिया है।
इस समय देश व राज्य संकट के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में पुलिस जवान सड़कों पर तो ड्यूटी कर ही रहे हैं, साथ ही साथ इंसानियत का धर्म भी निभा रहे हैं। ऐसी ही इंसानियत की मिसाल पेश की है दुर्ग जिले के उतई थाने में पदस्थ जवान मुकेश गजभिये ने। जब से लॉक डाउन हुआ है तभी से मुकेश ड्यूटी में तैनात जवानों के लिए घर पर खाना तैयार कर बांट रहे हैं। इस नेक काम में मुकेश की पत्नी श्रीमती सोनिया भी साथ दे रहीं हैं। वे खुद जरूरतमंदों के लिए खाना बना रही हैं। मुकेश अपने वाहन से ही खाना और पानी पुलिस जवानों और जरूरतमंदों को वितरित कर रहे हैं।
डीजीपी ने की प्रशंसा और दिया नगद ईनाम..
डीजीपी डीएम अवस्थी को जब गजभिये दंपती द्वारा किये जा रहे नेक कार्य के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत वीडियो कॉल से बात की। श्री अवस्थी ने मुकेश और उनकी पत्नी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप के जरिये मुझे आपके सेवाभाव की जानकारी मिली। आपके द्वारा किये जा रहे कार्य पर मुझे गर्व है। छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान इस समय दोहरी भूमिका निभा रहे हैं। एक तरफ वे लॉकडाउन का पालन कराने दिन रात सड़कों पर तैनात हैं, वहीं दूसरी तरफ आपकी तरह जरूरतमंदों की मदद भी कर रहे हैं। श्री अवस्थी ने उत्साहवर्धन हेतु तत्काल आरक्षक श्री मुकेश गजभिये को 25 सौ रुपये के नगद इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की।
लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराए,एसपी खुद करें पेट्रोलिंग.. डीजीपी
रायपुर. डीजीपी डीएम अवस्थी ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराए उन्होंने कहा है कि कुछ बड़े शहरों में दोपहर 12 बजे तक अधिक संख्या में लोगों की आवाजाही हो रही है, जिस पर तत्काल नियंत्रण करना सुनिश्चित करें। ये ध्यान रखें कि लगातार चल रहे लॉकडाउन के कारण कहीं पर भी शिथिलता ना बरती जाए। लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस अधीक्षक स्वयं पेट्रोलिंग करें। इसके साथ ही अधीनस्थों को फिक्स पिकेट के माध्यम से पालन कराने के लिए सुनिश्चित करें।