बिलासपुर. मानसून की दस्त के साथ ही कानन पेंडारी जू प्रबंधन जानवरों के केज में पानी भराव की समस्या से निपटने के लिए तैयारियां करने का दावा कर रहा है वही काफी पुराने हो चुके केज पर बरसात के वक्त पेड़ो की टहनियां गिरने का खतरा मंडरा रहा है जिसकी निगरानी की जा रही है।
कानन पेंडारी जू के डिप्टी रेंजर अजय शर्मा की माने तो बरसात के पूर्व जानवरों के केज में पानी भराव की दिक्कत से निपटने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई है ड्रेनेज सिस्टम के साथ नालियों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।जू के चार छोटे केज में फिलहाल ड्रेनेज सिस्टम लगा हुआ है वही मौसम के मिजाज के अनुसार आगे का काम किया जाएगा।
इधर काफी पुराने होकर सड़ चुके केज के भीतर बरसात के मौसम में अगर जानवरों पर पेड़ की टहनियां गिरने और जानवरों की सुरक्षा के सवाल पर जू प्रबंधन का कहना है कि वैसे तो नेचर के नियम अनुसार पेड़ो को काटना तो गलत है लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर ऐसे केज की निगरानी कर सुरक्षा को देखते हुए टहनियों की कटाई की जाती है।
कानन जू के डिप्टी रेंजर अजय शर्मा का दावा कितना कारगर साबित होगा यह तो आने वाले मौसम की तेज आंधी तूफान बताएगा तो वही बरसात में केज कितने सेफ रहेंगे या जानवर बरसातिया पानी की भेंट चढ़ेंगे यह तो इस बार पता चल जाएगा।