शिवसेना मंगलवार, 19 जून को 52वां स्थापना दिवस मना रही है। स्थापना दिवस के मौके पर शिवसेना ने सामना के जरिए बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही शिवसेना ने बीजेपी की 2014 की जीत को राजनीतिक दुर्घटना बताया। सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि 2014 की राजनीतिक दुर्घटना 2019 में नहीं होगी।
धूलभरी आंधी केवल दिल्ली में नहीं, बल्कि पूरे देश में उठ चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी हमेशा विदेश यात्रा पर होते हैं इसलिए धूल के कण उनकी आंखों में और सांसों में नहीं जा रहे हैं, लेकिन जनता परेशान है और दुविधा में है। शिवसेना की राह कभी आसान नहीं रही है। उसकी राह हमेशा ऊबड़-खाबड़ रास्तों से ही गुजरी है। इसके बावजूद शिवसेना इन रास्तों को पार करती आई है और आगे भी करेगी। महाराष्ट्र में शिवसेना अपने दम पर खुद की सरकार बनाएगी और दिल्ली के तख़्त पर कौन बैठेगा, राष्ट्रीय स्तर पर यह फैसला लेने की ताकत भी शिवसेना ही करेगी।
शिवसेना ने 52 बर्षगांठ के मौके पर कहा कि हमारी तरफ कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के लोग देख रहे हैं। हमारा भगवा मिलावट का नहीं बल्कि शिवराय का है। आगे कहा कि असम गढ़ परिषद के लोग आकर मिले थे। उनका कहना है कि देश भर के प्रादेशिक दल एकजुट हों और उनका नेतृत्व शिवसेना करे।
शिवसेना ने कहा कि आज आपातकाल पूर्व स्थिति है, क्या ऐसे सवाल किए जा रहे हैं।कश्मीर में जवान मारे जा रहे हैं और दिल्ली में चुनी हुई सरकार का गला घोंटा जा रहा है।