राजनांदगांव/बिलासपुर. एक दर्जन से अधिक अपनी मूलभूत सुविधाओं से वंचित पुलिस कर्मियों का परिवार आखिरकार रोड पर आ ही गया। संस्कारधानी में पुलिसकर्मियों के परिवार वालों ने विरोध स्वरूप रैली निकाल सरकार को चेतावनी देने एक दिवसीय धरने पर बैठ गए है।वही इस बारे में कलेक्टर को ज्ञापन भी सौपा गया।इधर आंदोलन का झंडा ऊपर करने वाले बर्खास्त सिपाही को आला अफसरों ने क्राइम ब्रांच को उसके पीछे खोजबीन में लगा दिया है।
पुलिसकर्मियों की लड़ाई सोमवार से सड़क पर आ गई है। राजनांदगांव में पुलिसकर्मियों के परिवारों ने शांतिपूर्ण ढंग से पहले रैली निकाली और अब एक दिसवीस धरने पर बैठ गए है।उनका कहना है कि मूलभूत लंबित मांगों को 25 जून तक अगर राज्य शासन पूरा नहीं करती तो प्रदेश के सभी जिले से पुलिसकर्मियों का परिवार राजधानी में धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। मालूम हो कि पुलिसकर्मियों का परिवार मूलभूत समस्याओं को लेकर सरकार से दो दो हाथ करने पर आमादा हो गया है. इसकी आग पिछले कुछ दिनों से धधक रही है।
बर्खास्त सिपाही की तलाश..
सोमवार की सुबह से इस आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले बिलासपुर के बर्खास्त सिपाही राकेश यादव को गिरफ्तार किये जाने की खबर सोशल मीडिया पर चल रही है. इसका पुलिस वाले जमकर विरोध भी कर रहे है। पुलिस के आला अधिकारी राकेश यादव की गिरफ्तारी के सवाल पर कुछ भी बयान देने से बच रहे है. इस बारे में आइडिया नहीं है, कह रहे है.इधर पुलिसकर्मियों का कहना है कि अगर राकेश यादव की गिरफ्तारी हुई तो एक भी वोट सरकार को नहीं जाएगा। सूत्रों की मानें तो पुलिस के आला अधिकारियों ने राकेश यादव को हिरासत में लेने क्राइम ब्रांच की टीम को लगा दिया है।