जेएनएन: पहाड़ में भूकंप के खतरे से लोगों को अलर्ट करने के लिए जौनसार-बावर की सीमांत तहसील त्यूणी में भूकंप मापक यंत्र लगाया गया है। तहसील में सिस्मोग्राफ यंत्र लगने से प्रशासन को चार रियेक्टर पैमाने तक के भूकंप आने की सूचना कुछ देर पहले ही मिल जाएगी। त्यूणी में लगे भूकंप मापक यंत्र का पूरा डाटा हैदराबाद के मेन कंट्रोल रूम से संचालित होगा।
पहाड़ी राज्य में भूंकप के खतरे से निपटने को सरकार ने प्रशासन ने तहसील क्षेत्र में सिस्मोग्राफ यंत्र लगाया है। पड़ोसी राज्य हिमाचल की सीमा से सटे त्यूणी तहसील में लगाए गए भूकंप मापक यंत्र से खतरे का अलर्ट जारी होगा। तहसील में लगे सिस्मोग्राफ यंत्र से जमीन के नीचे होने वाली हलचल का पता चलेगा। यंत्र विशेषज्ञ सतीश शाह ने बताया त्यूणी तहसील में लगे सिस्मोग्राफ से चार रियेक्टर पैमाने तक के भूकंप आने की सूचना प्रशासन को कुछ देर पहले मिल जाएगी।
सिस्मोग्राफ से पृथ्वी के अंदर की सभी गतिविधियों का पता आसानी से लगाया जा सकता है। जिसका मेन कंट्रोल रुम हैदराबाद में है। त्यूणी तहसील में लगे भूकंप मापक यंत्र के चालू होने से सेटेलाइट के जरिए इसका पूरा डाटा मेन कंट्रोल रुम हैदराबाद में एकत्र होगा। जहां से संबंधित जिला व स्थानीय प्रशासन को भूकंप के खतरे का अलर्ट जारी किया जाएगा। यंत्र विशेषज्ञ सतीश शाह ने तहसीलदार स्वराज सिंह तोमर व अन्य राजस्व कर्मियों को सिस्मोग्राफ के संचालन की जानकारी दी। इस मौके पर राजस्व निरीक्षक पूरण सिंह तोमर, रजिस्ट्रार कानूनगो देवराज पुंडीर, राजस्व उपनिरीक्षक तिलकराम जोशी, विनोद सिंह भंडारी, मोहन सिंह, नंदलाल क्षेत्री आदि मौजूद रहे।