बिलासपुर. मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के कहने के बाद निराश्रित पेंशन नहीं मिली और उसके लिए सुरा और जनदर्शनों पर पंचायत भारी प गई.
पूनम नाम की एक मजदूर महिला अपने दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ कलेक्टोरेट के जनदर्शन में पहुंची और अपना दुखड़ा अधिकारियों को सुनाया । पूनम का कहना था कि वो कई बार प्रशासन के समक्ष निराश्रित पेंशन को लेकर गुहार लगा चुकी है. लेकिन उसे अभी तक कुछ मिला तो सिर्फ़ आश्वासन ।पूनम का कहना है कि रोजी- मजदूरी से उसका गुजर बसर नहीं होता और उसे अपने बच्चों को लालन पालन करने में परेशानी हो रही है । ग्राम पंचायत लालपुर के पोड़ी की रहनेवाली पूनम ने बताया कि वो कई बार ग्राम पंचायत सीईओ के समक्ष अपनी लाचारी व्यक्त कर चुकी है. लेकिन ग्राम पंचायत की उदासीनता के कारण पेंशन जारी करने की प्रक्रिया में देरी हो रही है। मालूम हो कि विकासखण्ड कोटा अंतर्गत ग्राम पंचायत लालपुर के पोंडी निवासी पूनम यादव का पति रविंद यादव को तीन वर्ष पहले गंभीर बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने लगी । मजबूरन पूनम को अपने परिवार के भरण पोषण के लिए रोजी मजदूरी करनी पड़ी । पूनम ने लोक सुराज अभियान के दौरान मुख्यमंत्री रमन सिंह से पेंशन प्राप्ति का निवेदन भी किया था जिसपर मुख्यमंत्री ने मौखिक रूप से ग्राम सभा को प्रस्ताव देकर हितग्राही बनाने की बात कही थी ।इसके बाद पूनम ने ग्राम पंचायत लालपुर में पेंशन प्राप्ति के लिए आवेदन दिया लेकिन ग्राम पंचायत की उदासीनता के चलते पूनम को आजतक पेंशन का लाभ नही मिल सका है।