रायपुर. हड़ताल पर अड़ी नर्सो को एस्मा लगने के बाद जेल में बंद करके अधिकारी सख्ती बरत रहे हैं. नर्स अपने बच्चों को फीडिंग नहीं करा पा रही है नर्सो का आरोप है कि जेल के भीतर उन्हें अनेक प्रकार की यातनाये दी जा रही है। इस पर नर्स महिला और मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाने को बेबस है।
वेतन बढ़ाने समेत अन्य मांगों को लेकर हड़ताल कर रही नर्सो के प्रति सरकार महिला शिक्षा कर्मियों की तरह हड़ताल तुड़वाने सख्त हो गई है। एस्मा लगाने के बाद जेल में बंद नर्सो को विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। नर्सो का आरोप है कि सरकार के इशारे पर जेल प्रबंधन उन्हें अपने दुधमुंहे बच्चों से दूर रख फीडिंग नहीं कराने दे रहा है और तरह तरह की यातनाये चाहरदिवारी के भीतर दी जा रही है। जेल प्रबंधन नर्सो की पिटाई से भी पीछे नहीं हट रहा है। इधर इन यातनाओं से परेशान नर्स महिला आयोग और मानवअधिकार आयोग को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगा रही हैं.
4 तक आखिरी अल्टीमेटम..
इधर हड़ताली नर्सों को अब सरकार ने आखिरी अल्टीमेटम दिया है! राज्य सरकार ने आखिरी मोहलत देते हुए हड़ताली नर्सों को 4 जून तक काम पर लौटने का अवसर दिया है! अगर 4 जून तक हड़ताली नर्सों ने ज्वाइनिंग नहीं दी, तो उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जायेगी