3 दिवसीय बाल संस्कार शिविर का हुआ समापन, बच्चों ने भगवान गणेश की तरह माता-पिता को ब्रह्मांड मानकर की परिक्रमा

रायपुर। डब्लूआरएस योग केंद्र द्वारा आयोजित तीन दिवसीय निःशुल्क बाल संस्कार शिविर का आज हर्ष और भावनाओं से भरा समापन हुआ। भारतीय योग संस्थान रायपुर की ओर से संचालित इस शिविर का उद्देश्य बच्चों को नैतिक शिक्षा और संस्कारों से जोड़ना था। समापन दिवस की खास थीम थी “बड़ों के प्रति सम्मान”, जिसमें बच्चों के साथ उनके माता-पिता को भी आमंत्रित किया गया। इस दौरान सबसे भावुक क्षण वह था जब बच्चों ने भगवान गणेश का रूप धारण कर अपने माता-पिता को पूरे ब्रह्मांड के समान मानते हुए उनकी परिक्रमा की। यह दृश्य देखकर कई माता-पिता की आंखें नम हो गईं।

शिविर के तीसरे दिन की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद रजनी, चिन्मय, संगीता, आरती और पूर्णिमा की टीम ने मनोरंजक योगिक नृत्य (यौगिक जॉगिंग) प्रस्तुत किया। मुकेश सोनी ने बच्चों को लाभकारी आसन और प्राणायाम सिखाने के साथ-साथ प्रेरणादायक कहानियों से भी उन्हें सीख दी।

शिविर में डब्लूआरएस योग केंद्र के जिला प्रधान मुकेश सोनी, सुदेशना और रिया फतनानी ने “बड़ों के प्रति सम्मान” विषय पर वार्ता की, जिसमें बच्चों और उनके अभिभावकों ने अपने अनुभव साझा किए। इस प्रेरणादायक माहौल में उपस्थित सभी लोगों ने मिलकर आजीवन इस योग केंद्र को चलाने की शपथ ली।

कार्यक्रम का संचालन रंजना और गायत्र ने किया। गीतांजलि बाग ने आभार व्यक्त किया, और समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस आयोजन को सफल बनाने में वंदना आहूजा, नीतू मूंदड़ा, राजेश डागा, राजेश अग्रवाल, जयंती, ज्योति, अरुणा, सुषमा, ऊषा, संगीता, आरती और श्रीमान बाग का विशेष योगदान रहा।

इस शिविर ने न सिर्फ बच्चों में संस्कारों की नींव रखी, बल्कि अभिभावकों को भी भावनात्मक रूप से जोड़ने का एक अनूठा अवसर दिया।

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