रायपुर.छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड में कई रसूखदारों लोगों की संबंद्धता को लेकर अब तक दबी-दबी खबरें आती रही है या कहे कि खबरें दबा दी जाती रही है, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार कुछेक वेबसाइटऔर एक-दो अखबारों ने तीरदांजी संघ से जुड़े रहे कैलाश मुरारका के हवाले यह लिखने की हिम्मत दिखाई है कि मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को पूरे मामले की जानकारी थी. उनके विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अरुण बिसेन उनसे मुबंई के होटल सहारा में मिले थे और उद्योगपति सुरेश गोयल मामले से जुड़े एक शख्स लवली खनूजा के साथ मिलकर रमन सिंह को ब्लेकमेल करके पैसा वसूल कर रहा था.
पाठकों को याद होगा कि छत्तीसगढ़ का चर्चित सीडी कांड अक्टूबर 2017 में सामने आया था. इस कांड में पुलिस ने देश के नामी पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था. मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल पर भी मामला दर्ज किया गया था. पहले-पहल तो यह लगा कि इस कांड में मुख्य रुप से कांग्रेस और उनसे जुड़े लोग ही दोषी है, लेकिन इस कांड के उजागर होने के महज एक-दो दिनों के बाद ही यह साफ हो गया कि मामले में कतिपय रसूखदार लोग संलिप्त है. पूरे मामले की सर्वाधिक चर्चा तब हुई जब प्रदेश के एक चैनल आईबीसी 24 ने कुछ पक्षों का खुलासा करते हुए सीडी का सच प्रसारित किया. चैनल का दावा था कि उसने कई हजार पोर्न साइटों को खंगालकर वह असली सीडी खोज ली है जिसके आधार पर नकली सीडी बनाई गई थीं. इस घटना के बाद कांग्रेस के भीतर ही उथल-पुथल चलती रही और प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को पीछे धकेलने वाले विघ्नसंतोषी शीर्ष नेतृत्व के समक्ष यह बात प्रचारित करते रहे कि जोगी भी सीडी के खेल में लगे थे और पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. काफी दिनों की मशक्कत के बाद अततः भूपेश शीर्ष नेतृत्व को यह समझाने में सफल रहे कि किसी भी तरह की अश्लील सीडी के निर्माण अथवा उसके वितरण में उनकी कोई भूमिका नहीं है.
रमन को सब पता था..
इधर सीडी कांड के मुख्य अभियुक्त कैलाश मुरारका ने शुक्रवार को रायपुर न्यायालय में शपथपूर्वक आवेदन देकर कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री को इस बात की जानकारी बहुत पहले से थी कि उनके मंत्रियों की गंदी सीडी बनाने का खेल चल रहा है. मुरारका ने अपने आवेदन में कहा कि वह पिछले 25 साल से भारतीय जनता पार्टी का सदस्य है और जब से रमन सिंह मुख्यमंत्री बने थे तब से उनके बहुत करीब था और अक्सर सीएम हाउस आया- जाया करता था. उसने बताया कि अगस्त 2017 में सीएम हाउस को पता लगा कि उद्योगपति सुरेश गोयल ने लवली खनूजा को अश्लील सीडी के लिए पांच करोड़ रुपए का आफर दिया है. मुरारका ने कोर्ट में लिखित में दिया कि सीएम हाउस के कहने पर ही वह मुंबई गया था जहां रिंकू खनूजा ( अब मृत ) ने बताया कि उसके पास मंत्रियों की कोई अश्लील सीडी नहीं है, लेकिन सुरेश गोयल कई सालों से लवली खनूजा के साथ मिलकर रमन सिंह को ब्लेकमेल अवश्य कर रहा है. कैलाश मुरारका ने कहा कि रिंकू खनूजा ने उसे सुरेश गोयल और लवली खनूजा के बीच टेलीफोन वार्तालाप की एक आडियो क्लिप भी दी. मुरारका ने कोर्ट को बताया कि आडियो से संबंधित सभी बातें उसने रमन सिंह के ओएसडी अरुण बिसेन को भी बताई थी, लेकिन अरुण बिसेन ने विश्वास नहीं किया और 24 अगस्त 2017 को मुंबई के सहारा होटल में एक अन्य सदस्य के साथ मुलाकात की. अक्टूबर के महीने में अरुण बिसेन ने उससे दिल्ली में मिलने को कहा. दिल्ली में वह अरुण बिसेन के साथ विजय पंडया नाम के शख्य से मिला जो लगातार यह बात कह रहा था कि उसके पास राजेश मूणत का अश्लील वीडियो है. उन्हें वीडियो दिखाया भी गया. वीडियो को दिखाने के बाद पंडया ने बिसेन से साढ़े चार करोड़ रुपए की मांग की. मुरारका ने बताया कि उसने पैसे देने पर आपत्ति की तब वापस आकर उसने सारी बातें रमन सिंह को बताई परन्तु वे भी कुछ नहीं बोले.
शनिकार को मुरारका ने आडियो क्लिप की एक सीडी मीडिया को भी वितरित की. मुरारका ने दावा किया कि आडियो में उद्योगपति सुरेश गोयल और लवली खनूजा सीडी के एवज में लेन-देन की बात कर रहे हैं. आडियो को सुनने पर लेन-देन की बात समझ में आती है. एक शख्स साफ-साफ कहता हुआ सुनाई देता है कि पांच में मामला जम जाएगा. मोटी रकम है इसलिए पैसा धीरे-धीरे आता जाएगा. आडियो में और भी कई बातें है. एक महत्वपूर्ण बात तो यह भी है कि मामला लीक नहीं होगा.