बिलासपुर. शहर कांग्रेस संगठन के शिष्टाचार का मिजाज बिगड़ता जा रहा है. तभी तो युवा संस्कारी और शिक्षाविद नगर विधायक शैलेश पांडेय को एक बार फिर कांग्रेस संगठन पचा नही पाया जिसका सीधा नजारा कांग्रेस भवन में प्रदेश के राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल की प्रेस वार्ता में देखने को मिला।
इस बार तो तब हद हो गई जब मंत्री श्री अग्रवाल की प्रेस वार्ता के दौरान विधायक शैलेश पांडेय की उपेक्षा कर उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक कांग्रेस भवन में नहीं मिली. मंत्री के साथ पार्टी के कुछ चंगु मंगू देखे गए जो पूरे प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्हें घेरे थे. जब नगर विधायक कांग्रेस भवन पहुंचे तो पहले उन्हें सब से लास्ट की कुर्सी दी गई.वहीं कुछ देर बाद एक कांग्रेसी के इशारे पर विधायक को बैठने ही नहीं दिया गया.वही इतना सब कुछ होने के बाद भी विधायक ने अपना आपा नही खोया और जिला अध्यक्ष के कमरे में कुर्सी डाल बैठ गए. हालांकि यह बात कुछ वरिष्ट कांग्रेसियों को नागवार गुजरी और वे कांग्रेस भवन से वापस जाने लगे. इसके बाद भी विधायक ने उनका मान मनोव्वल किया और हाथ जोड़कर अपने पास बैठने का आग्रह करते रहे उनमें से एक वरिष्ट कांग्रेस नेता शेख गफ्फार भी है थोड़ी देर के बाद विधायक श्री पांडेय कांग्रेस भवन से चलते बने तो आसपास तमाशा देख रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विधायक को रोकना चाहा. मगर किसी से बिना गीला शिकवा कर शैलेश पांडेय सीएम भूपेश बघेल के आगमन के लिए निकल गए।
मालूम हो कि कांग्रेस संगठन विधायक शैलेश पांडेय की जीत को पचा नहीं पा रहा है. लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही है सीएम के पहली बार शहर आगमन पर भी जिला अध्यक्ष नरेंद्र बोलर द्वारा सीएम के वेलकम को लेकर विधायक का हाथ पकड़े की तस्वीर सामने आई थी।
कुछ ने बया की ऐसी बातें..
कांग्रेस भवन में मौजूद कुछ कांग्रेसियो ने बताया कि पत्रकार वार्ता के दौरान श्री अग्रवाल के साथ विधायक शैलेश पांडे,तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि सिंह भी साथ बैठी थी परंतु कुर्सियों की कमी की वजह से नरेंद्र बोलर के आगमन के पश्चात नरेंद्र बोलर अपने लिए कुर्सी लगा रहे थे इसी दौरान अव्यवस्था को देखते हुए अपनी उपेक्षा होते देख शैलेश पांडे वहां से नाराज होकर चले गए।
केशरवानी-अभय कहिन..
इस दौरान जिला ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी द्वारा यह कहते सुना गया कि जिला संगठन जिसको बैठने की अनुमति देगा वही बैठेंगे साथ ही अभय नारायण राय द्वारा भी यह कहा कि विधायक की कुर्सी तो विधानसभा में है।