रायपुर. राज्य शासन गृह विभाग द्वारा डेढ़ दर्जन से अधिक आईपीएस समेत दो राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई थी जिसमें राजधानी के एक डीएसपी स्तर के अधिकारी का नाम भी शामिल है। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के नाम तथा आदेशानुसार गृह विभाग के अवर सचिव के द्वारा निकाली गई इस लिस्ट में डीएसपी को सहायक पुलिस महानिरीक्षक इंटेलिजेंस के साथ क्राइम एडिशनल एसपी का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है तो वही पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा बिना डीपीसी के डीएसपी को प्रमोट कर उनकी वर्दी में अशोक का तमगा लगाने का मामला काफी जोरो से चर्चा का विषय बना हुआ है।
बीते सोमवार को गृह विभाग द्वारा पुलिस अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट की चर्चा पूरे विभाग में जोरो पर है। इस लिस्ट में 2013 बैच के राज्य पुलिस सेवा के डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी को उरला सीएसपी से सहायक पुलिस महानिरीक्षक इंटेलिजेंस के साथ एडिशनल एसपी क्राइम रायपुर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इधर रायपुर की नई पुलिस कप्तानी अजय यादव द्वारा संभालने के बाद तत्कालीन एसएसपी आरिफ शेख ने ईओडब्ल्यू व एसीबी में उप पुलिस महानिरीक्षक का अपना नवा पदभार संभाल लिया। इससे पूर्व दोनों वरिष्ट अधिकारियों द्वारा डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी के कंधों पर अशोक लगाए जाने का मामला अब तूल पकड़ रहा है। वही बिना डीपीसी के डीएसपी स्तर के अधिकारी की वर्दी पर अशोक लगा उनका पद बढ़ाने की बात किसी के गले से नीचे नही उतर रही है। भले ही राज्य शासन ने श्री माहेश्वरी को सहायक पुलिस महानिरीक्षक का पद सौप दो प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी दे दिया हो मगर विभागीय पदोन्नति समिति हुए बिना डीएसपी को पीपिंग सेरेमनी के नाम पर अशोक लगना 2013 बैच के डीएसपी स्तर के अधिकारियों के साथ वन टाइम प्रमोशन पाकर डीएसपी बने पुलिस अधिकारियों के गले की हड्डी बन गई है। इधर सवाल ये उठ रहा है कि आखिर किस नियम के तहत डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी की वर्दी को उनके प्रमोट हुए बिना अशोक का तमगा लगा के सजाया गया है।
नियम भी है साइलेंट..
डीएसपी रैंक के अधिकारी को अशोक लगाए जाने के बाद सम कक्ष अधिकारियों में खलबली तो मची हुई है इस मुद्दे पर कानून विदों का कहना है कि सीनियर स्केल में आने के बाद भले की एक पद आगे की जिम्मेदारी दी जा सकती हैं मगर बिना डीपीसी के प्रमोट कर अशोक लगाने का नियम नही है मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ पुलिस भर्ती अधिनियम एवं विनियम भी इस बात पर साइलेंट है।
अभी कतार में और भी अफसर..
विभागीय सूत्रों की माने तो 2013 बैच के डीएसपी स्तर के अधिकारियों का प्रमोशन होने में फिलहाल वक्त लगेगा डीपीसी होने बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। डीएसपी से एडिशनल एसपी बनने की कतार में अभिषेक माहेश्वरी के आगे फिलहाल अन्य अफसरों का नाम शामिल है। बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पुलिस विभाग में पहले भी कई बार ऐसी स्थिति बनी है जहां जूनियर अफसर को विभाग की महती जिम्मेदारी सौंप कुर्सी पर बिठाया गया है। इनमें एक रिटायर्ड डीजीपी और कुछ वरिष्ट आईपीएस समेत राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों का नाम शामिल हैं।
एडीजी प्रशासन ने फोन नही किया रिसीव..
इस मुद्दे को लेकर ‘OMG NEWS NETWORK’ ने पुलिस मुख्यालय के एडीजी प्रशासन हिमांशु गुप्ता से चर्चा करने उनके पर्सनल नम्बर पर दो बार कॉल किया मगर उन्होंने मोबाइल रिसीव नही किया।