बिलासपुर. साहब का हुकुम सिर माथे पर, इस कहावत को चरितार्थ कर दिया है तोरवा पुलिस ने देवरीखुर्द के चेक डेम में मिली चोरी के एक मामले में संदेही शनि मरकाम की लाश को पहले एसआई हृदय शंकर पटेल के कहने पर एएसआई भरत राठौर ने पानी से निकलवाया और ऑटो में भरकर थाने ला रहा था। इस बीच बड़े साहब को भनक लगी तो तत्काल बुधवारी बाजार के पास ऑटो रुकवाया और लाश को जस के तस रखने का फरमान जारी कर दिया। लेकिन एएसआई इस फरमान को नाफरमानी की तरह समझा और फिर से चेक डेम ले जाकर लाश को डुबो दिया। इधर मृतक के शरीर पर मिले चोट के निशान से उसके परिजन पुलिस पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
चोरी के एक मामले में हथकड़ी समेत पुलिस की गिरफ्त से भागा संदेही सनी मरकाम की देवरीखुर्द स्थित अरपा चेक डेम में मिली लाश का राज गहराता जा रहा है 2 दिन पहले सनी मरकाम प्रधान आरक्षक निर्मल घोष और आरक्षक हितेश जोशी की गिरफ्त से भाग गया था। घटना के बाद से हक्का-बक्का हुई पुलिस संदेही सनी मरकाम को अपने शासकीय अमानत हथकड़ी के साथ बरामदगी की जुगत में थी। हथकड़ी को लेकर पुलिस को इतना प्रेशर था कि सनी की तलाश में पुलिस ने दिन रात एक कर दिया सनी की खोज में लगी पुलिस लगातार उसे पकड़ने का प्रयास कर रही थी ताकि चोरी के माल की रिकवरी के साथ हथकड़ी भी पुलिस को वापस मिल जाए। इस आपाधापी में पुलिस की कड़ाई से तलाश के कारण सनी इधर-उधर भागता रहा बताया जाता है कि एक बार सनी और पुलिस का आमना सामना भी हो गया था लेकिन संदेही सनी दीवार कूदकर भाग गया था।
और फिर डुबो दिया लाश..
शनिवार की सुबह पुलिस को देवरीखुर्द स्थित चेक दम में एक व्यक्ति की लाश मिलने की सूचना मिली थी जिसके बाद मौके पर जाकर पुलिस ने देखा कि उक्त लाश सनी मरकाम की थी। जिसके हाथ में पुलिस की हथकड़ी भी लगी हुई थी। आनन-फानन में एसआई हृदय शंकर पटेल के कहने पर एएसआई भरत राठौर ने चेकडैम से लाश को निकलवाया और ऑटो में भरकर थाने ला रहा था। तभी बड़े साहब को पता लगा और उन्होंने फोन कर पहले ऐसे गंभीर मामले में लाश को इस तरह लाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की और लाश को एज इटीज रखने बोला लेकिन यह एएसआई को समझ नहीं आया और उसने सनी मरकाम की लाश को ले जाकर दोबारा पानी में डुबो दिया। इधर घटना के बाद मृतक के परिजन पुलिस पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
मुंशी ने पहले ही चेताया था..
संदेही सनी मरकाम को चोरी के माल की बरामदगी के लिए जाते वक्त थाने के प्रधान आरक्षक निर्मल घोष ने आरक्षक हितेश जोशी को सनी की करतूतों के बारे में पहले ही बता दिया था। पुलिस की माने तो सनी काफी शातिर आरोपी था और इससे पूर्व भी चोरी के मामले में जेल जा चुका था वही तोरवा के अलावा सरकंडा थाना में भी सनी के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं।
प्रधान आरक्षक के चेताने के बाद भी आरक्षक ने सनी के हाथ में हथकड़ी की चैन को दे दिया था। जिसके कारण मौका पाते ही सनी नौ दो ग्यारह हो गया था। इधर पुलिस पर सवाल उठ रहा है कि आखिर किस वजह से सनी को हथकड़ी में जकड़ा गया जबकि हथकड़ी लगाने का प्रावधान अब लगभग खत्म हो चुका है। लेकिन गंभीर अपराधों में आरोपियों को पुलिस हथकड़ी लगाती है। सनी की बॉडी में बहुत ज्यादा पानी भर गया है जिससे पुलिस यह अनुमान लगा रही है कि पुलिस कस्टडी से भागने के कुछ घंटे बाद सनी ने आत्महत्या कर लिया होगा। इस बात से अनजान पुलिस उसे लगातार खोजती रही।
मालूम हो कि मृतक के परिजन लगातार प्रताड़ना का आरोप पुलिस पर लगा रहे है। मृतक की मां संगीता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा की उसके बेटे की पुलिस ने बड़ी बेरहमी से पिटाई की थी और उनके परिवार को रात रात भर थाने में बैठा कर रखा। पुलिस कर्मियों का जब मन आता था तब वे उनके घर में घुस जाया करते थे और परिवार वालो के साथ बदसलूकी किया करते थे।मृतक की मां ने आगे कहा की थाने में लगातार पिटाई की वजह से मजबूर होकर ही उनके बेटे सनी ने पुलिस कस्टडी से भागने का फैसला लिया होगा। बहरहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए फस्ट ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट आकांक्षा राठौड़ भी मौके पर पहुंची जिसके बाद उनके सामने परिजनों का बयान दर्ज कराया गया। वही पुलिस परिजनों के आरोपों पर कुछ भी कहने से बचती और जांच होने की बात कहती नजर आई।