बिलासपुर. जिला और पुलिस प्रशासन के अफसरों की अनदेखी कर ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर मुस्लिम समुदाय के युवकों द्वारा रैली निकाली। पहले बाइक रैली फिर पैदल मार्च कर बडी तादात में जुटी भीड़ को रोकने पुलिस को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। सीन तो ऐसा भी क्रियेट हुआ की पुलिस को शहर के मुख्य चौक चौराहो पर बल तक लगाना पड़ा मगर जिला और पुलिस प्रशासन से दो कदम आगे रैली निकालने में युवक सफल रहे। वही कई जगह तो युवकों की पुलिस के अफसरों से धक्का मुक्की तक हुई।
मंगलवार की सुबह जिला और पुलिस प्रशासन के अफसरों को सुबह से लेकर शाम तक भारी जद्दोजहद करनी पड़ी। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश को अमल में लाने के लिए अफसरों को ईद मिलादुन्नबी पर समुदाय के युवकों से दो चार होना पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार किसी तरह की रैली, जुलूस, प्रभात फेरी और बाइक रैली की अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बाद भी सुबह पूरे जोर शोर के साथ युवको ने बाइक रैली का आयोजन किया। इसकी तैयारी एक रात पहले ही कर ली गई थी।
जब इस बात की भनक पुलिस को लगी तो उन्होंने कुछ लोगों को से चर्चा कर कलेक्टर के आदेश का पालन करने की हिदायत दी। लेकिन युवकों ने पुलिस के सामने हामी भर कर बाद में बाइक रैली निकाली, शाम को जुलूस ना निकाल ले को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन के अफसरों ने समझाईश दी थी फिर भी नियमों को ताक पर रख शहर के मुख्य चौक चौराहों समुदाय के युवकों ने बडी संख्या जुलूस निकाला।
इस बीच कई जगह एडिशनल एसपी शहर उमेश कश्यप, सीएसपी कोतवाली स्नेहिल साहू,सीएसपी सिविल लाइन मंजूलता बाज, टीआई शनिप रात्रे,टीआई जेपी गुप्ता,टीआई शीतल सिदार और टीआई परिवेश तिवारी से जुलूस रोकने को लेकर युवकों से हल्का विवाद भी हुआ। वही गोल बाजार सदर बाजार शिव चौक प्रताप टॉकीज चौक मिशन अस्पताल रोड जहां जहां से जुलूस अचानक निकला तो वहां लगे जाम से यातायात को व्यवस्थित करने पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। वही जिला व पुलिस प्रशासन में आयोजन को लेकर चर्चा चल रही है कि यह पूरी तरह नेतृत्वहीन व दिशाविहीन आयोजन था।
एएसपी कश्यप ने कहा.
मीटिंग के बाद भी आयोजन करना गलत. एसडीएम
इस बारे में एसडीएम पुलक भट्टाचार्य ने ‘OMG NEWS’ से फोन पर चर्चा के दौरान कहा कि मैं खुद 2,3 जगहों पर मौजूद था। बाइक रैली हो या जुलूस दोनो को रोकने का प्रयास किया गया। कलेक्ट्रेट में नियमो का पालन करने मीटिंग भी ली गई थी। जिसमें एडिशनल एसपी के साथ पुलिस के अन्य अफसर भी मौजूद थे,समझाइश के बाद भी आयोजन करना गलत है वही कार्रवाई को लेकर अभी विचार चल रहा है।
कलेक्टर ने जारी किया था ये फरमान.
बीते सोमवार को जिला कलेक्टर सारांश मित्तर की ओर सेगाइड लाइन का एक आदेश जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि आगामी माह जिले में कोरोना संक्रमण में वृद्धि की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा मिलाद-उन-नबी त्यौेहार के लिए गाईड लाईन जारी किया गया है।
ईद मिलादुनब्बी त्यौहार के दौरान किसी भी प्रकार का जुलूस, सभा, रैली, प्रभात फेरी या बाईक रैली निकालने की अनुमति नहीं होगी। मस्जिदों में तकरीर, परचम कुसाई की अनुमति होगी। किसी प्रकार यातायात बाधित न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। ईद मिलादुनब्बी त्यौहार के ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा जारी मार्गदर्शी निर्देश के अनुरूप करना होगा।
यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा, तथा आदेश का उल्लंघन करने पर एपिडेमिक डिसीज एक्ट, आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं विधि अनुकूल अन्य धाराओं के तहत कार्यवाई की जाएगी।