रायगढ़/महासमुंद. वो कहते है न की काम ऐसा करो कि दुनिया करे याद जहां भी रहो गम हो या खुशी आपके कामकाज के बलबूते पर यादें ताजा होनी चाहिए, इस लाइन को चरितार्थ कर दिखाया है। एक टीआई और रायगढ़ जिले के धुर भीतर बसे एक गांव के स्कूली बच्चों के बीच के स्नेह ने, हर छोटे बड़े एक्जाम में अपनी हुनर का लोहा मनवाने वाले प्राथमिक विद्यालय इन बच्चों ने टीआई के जन्मदिन पर कुछ ऐसा उपहार दिया जिसकी कल्पना भी टीआई ने नही की होगी। जैसी ही बच्चों का उपहार स्वरूप वीडियो टीआई तक पहुचा बस गदगद थानेदार ने एक बार फिर उन बच्चों तक पहुंचने का वादा कर दिया।
सराईपाली थाना प्रभारी आशीष वासनिक का आज जन्मदिन है। बीते वर्ष 2018 में रायगढ़ जिले के थाना सरिया में पोस्टिंग के दौरान उनके एक साल के कार्यकाल को आमजन समेत जनप्रतिनिधि भी याद करते है। जिसकी तस्वीर आज देखने को मिली टीआई वासनिक ने बताया की लोगो का प्यार इतना है कि सुबह से बधाई देने के वट्सप और फोन कॉल आ रहे हैं जहां भी पोस्टिंग रही अपना पन साथ रहा जिसका अहसास ऐसे विशेष अवसर पर पता चलता है।
जब पहली बार आया था कोई पुलिस अफसर स्कूल.
बरमकेला के आदर्श प्राथमिक शाला केंदवाही बार के असिस्टेंट टीचर और बच्चों का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अनुराज वर्मा ने ‘OMG NEWS NETWORK’ को फोन कर बताया कि टीआई वासनिक का कार्यकाल आज भी क्षेत्र में याद किया जाता है। सरिया थाना प्रभारी रहते हुए स्कूली बच्चों ने ऐसा पहला पुलिस अफसर देखा जो ग्रामीण और विशेषकर छोटे तबकों के बच्चों से स्कूल मिलने आया था।
अचानक टीआई वासनिक को दो साल बाद याद करने के सवाल पर श्री वर्मा ने कहा कि वासनिक साहब की छवि दिलदार और आदर्श देने वाली है। जब वह पहली बार स्कूल आए थे तब उनकी स्पीच सुन गुरुजनों के साथ बच्चे भी काफी प्रभावित हुए थे। गांव के बच्चे ज्यादा कुछ तो दे नही सकते लेकिन टीआई वासनिक सर के जन्मदिन के विशेष अवसर पर बच्चों और स्कूल के हेडमास्टर सुरेंद्र मिश्रा व सहायक शिक्षक मनमोहन पटेल के द्वारा प्यार भरी शुभकामनाएं तो दे ही सकते है वही उनसे बच्चों को शिक्षा भी मिलती है कि पुलिस हो या अन्य विभाग में अफसर ऐसे ही होना चाहिए। जिससे प्रोत्साहन मिलता रहे।
टॉप फाइव ,केंदवाही बार के बच्चे.
वैसे तो आदर्श प्राथमिक शाला केंदवाही बार काफी ग्रामीण परिवेश में है। कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के बच्चे किसी हाई प्रोफाइल स्कूल के बच्चों से कम भी नहीं है। हर साल जवाहर उत्कर्ष नवोदय और एकलव्य सैनिक स्कूल में इस स्कूल के बच्चे अपनी जगह बना ही लेते हैं। वही रायगढ़ जिले के जवाहर उत्कर्ष एग्जाम में केंदवाही बार स्कूल के नन्हे मुन्ने 10 में से 5 सीटों पर अपनी जीत सुनिश्चित करते हैं।