धमतरी. लोक स्वस्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) के अंतर्गत आम जनता को सुगम और स्वच्छ जल आपूर्ति के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं का काम इन दिनों ठप्प पड़ा हुआ है। PHE (धमतरी) को सेवाएं देने वाले लगभग 32 ठेकेदारों ने काम बंद करने का ऐलान कर दिया है। ठेकेदारों का कहना है कि 300 करोड़ से ज़्यादा के बकाया बिलों का भुगतान अब तक नहीं किया गया है।
ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि पिछले लगभग 2 महीनों से पूरे छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा ज़रूरी सेवाएं देने वाले ठेकेदारों के करोड़ों के बिलों का भुगतान नहीं किया गया है। धमतरी क्षेत्र के ठेकेदारों ने इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को लिखित में आवेदन देकर काम बन्द करने और ठेकेदारों की बकाया राशि का भुगतान जल्द से जल्द करने का आग्रह किया है।
काम बंदी का ऐलान करने वाले ठेकेदारों का कहना है कि सरकार ने जल आपूर्ति के लिए ख़र्च किए जाने वाले पैसों को दूसरे कार्यों में लगा दिया है। जिसके कारण अब जल आपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाओं की योजनाएं अधर में लटक गई हैं। जबकि छत्तीसगढ़ सरकार समय समय पर ये कहती रही है कि फण्ड की कोई कमी नहीं है और पैसों की वजह से जनकल्याण के कार्य रोके नहीं जाएंगे।
जानकार बताते हैं कि अगर इसी तरह काम बंदी जारी रहा तो पानी के लिए हाहाकार मच जाएगा क्योंकि ये गर्मी का मौसम है और समय के साथ पानी की किल्लत बढ़ेगी, ऐसे में ज़रूरी है कि आम लोगों तक पानी पहुँचाने वाले कार्य सुचारु रूप से चलते रहें ऐसे में यदि ठेकेदारों ने भी काम बंद कर दिया तो आम जनता को ख़ासी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, इन योजनाओं के रुक जाने से सरकार को राजस्व का भी नुकसान होगा और सरकार जल जीवन मिशन को पूर्ण करने की अपनी समय सीमा से भी पिछड़ जाएगी।